‘बिहार के लोगों की नहीं हुई कोई हकमारी.. बिहारी भी दूसरे राज्यों में काम करते है’ विरोधियों को सीएम नीतीश का दो टूक जवाब

‘बिहार के लोगों की नहीं हुई कोई हकमारी.. बिहारी भी दूसरे राज्यों में काम करते है’ विरोधियों को सीएम नीतीश का दो टूक जवाब

PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के नवनियुक्त शिक्षकों के बीच नियुक्त पत्र का वितरण किया। शिक्षकों की बहाली को लेकर उठ रहे सवाल पर सीएम नीतीश ने विरोधियों को दो टूक जवाब दिया है। सीएम ने कहा कि जो लोग आरोप लगा रहे हैं कि बाहरी लोगों को नौकरी देने से बिहार के लोगों की हकमारी हो रही है, तो उन्हें पता होना चाहिए कि बिहार के कितने ही लोग दूसरे राज्यों में नौकरी कर रहे हैं। यह तो खुशी की बात है कि दूसरे राज्यों से लोग बिहार आकर यहां के स्कूलों में पढ़ाएंगे।


सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार में एक लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। पटना में कम संख्या में कार्यक्रम आयोजित काया गया है लेकिन अन्य जिलों में भी नियुक्ति पत्र वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। देश के अन्य राज्यों की तुलना में बिहार में बड़े पैमाने पर नियुक्ति की गई है। जितने बड़े पैमाने पर बिहार में नियुक्ति हुई है उतने बड़े पैमाने पर कही भी नियुक्ति नहीं हुई है। ये बात याद रखिएगा, खासकर मीडिया के लोगों को कहेंगे कि इस बात को याद रखिएगा।


उन्होंने कहा कि अभी केवल 50 हजार हुआ तो कितना छपा और हमलोग इतना भारी संख्या में कर रहे हैं तो थोड़े छपेगा। भले मत छापिए लेकिन बातवा तो जान लीजिए कि कितने बड़े पैमाने पर बहाली हो रहा है। 1.70 लाख शिक्षकों की बहाली के लिए हुई परीक्षा में करीब 8 लाख शिक्षकों ने भाग लिया। परीक्षा में सभी सफल नहीं हो सके तो सिर्फ 88 फीसदी शिक्षकों की ही बहाली हो सकी है। जो लोग सवाल उठा रहे हैं कि बाहरी लोगों की बहाली हुई है, उनको पता है सब दिन से कोई भी बहाली होती है तो देशभर के लोगों को मौका दिया जाता है। बिहार के लड़के लड़कियों को दूसरे राज्यों में कितनी बहाली मिलती है।


सीएम नीतीश ने कहा कि हम तो कई जगह घूमते रहते हैं, बिहार का लोग भी बाहर रहता है। जब यहां हमलोग कुछ दूसरे राज्यों के लोगों को बहाल किए हैं तो कुछ-कुछ कह रहे हैं। पहले नहीं आलोचना करता था। आजकल मीडिया जिसकी पब्लिसिटी कर रही है वही लोग आलोचना कहते हैं और कहते हैं कि बिहार के बाहर वालों को बुलाकर नौकरी दे रहे हैं। बिहार क्या देश से बाहर है, पूरा देश एक है। बिहार के लोग भी बाहर जाकर नौकरी करते हैं। कहा जा रहा है कि बिहार के लोगों के साथ अन्याय होगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं होगा।


उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के लोग बाहर भी नौकरी कर रहा है लेकिन सबलोग ऐसे ही बोलते रहते हैं। बिहार में शिक्षक की नौकरी पाने वाले लोगों में केरल, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, असम, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा समेत की राज्यों के लोग शामिल हैं। ये तो खुशी की बात है कि दूसरे राज्यों के लोग कहां कहां से बिहार आ रहे हैं। दूसरे राज्यों के लोग यहां के स्कूलों में पढ़ाएंगे ये तो खुशी की बात है।