GOPALGANJ : बिहार के गोपालगंज जिले में किन्नरों द्वारा अंचल कार्यालय का घेराव कर खूब हंगामा करने का मामला सामने आया है. हंगामे के दौरान किन्नरों ने कार्यालय के प्रधान सहायक के साथ बदसलूकी की. उनके आरोप सुन कर्मचारी कुर्सी छोड़कर इधर-उधर जाने लगे. हालांकि सीओ शाहिद अख्तर ने किन्नरों के प्रधान सहायक के साथ बदसलूकी करने से इनकार किया.
दरअसल, कुछ दिन पहले हादसे में मांझागढ़ थाना क्षेत्र के भड़कुइयां गांव निवासी 40 वर्षीय निक्की किन्नर की मौत महम्मदपुर थाना क्षेत्र के डुमरिया पुल के पास एक ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई थी. मौत के तुरंत बाद मुआवजे की मांग को लेकर किन्नरों ने हंगामा शुरू कर दिया. वे साथी के स्वजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे.
प्रदर्शन करने किन्नरों का कहना था कि हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मुआवजा दिलाने का आश्वासन देकर किन्नरों को शांत करा दिया था, लेकिन किन्नर के स्वजनों को अब तक मुआवजा नहीं मिला. इसलिए नाराज किन्नर मांझा अंचल कार्यालय में पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए हंगामा करने लगे. इस दौरान किन्नरों ने प्रधान सहायक से बदसलूकी भी की.
प्रदर्शन कर रहे किन्नरों का आरोप था कि इसके पहले एक किन्नर अंचल कार्यालय में मुआवजे के बारे में पता लगाने के लिए आया था तो उससे रिश्वत की मांग की गई थी. किन्नरों के हंगामे के दौरान अंचल कार्यालय में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई. बाद में कुछ लोगों ने किन्नरों को समझा कर शांत करा दिया.