बिहार : गर्ल्स हॉस्टल में ट्राउजर पहनने पर लगी रोक, छात्राओं को हमेशा बुर्के में रहने का फरमान, लड़कियों ने इसे तालिबानी फैसला बताया

बिहार : गर्ल्स हॉस्टल में ट्राउजर पहनने पर लगी रोक, छात्राओं को हमेशा बुर्के में रहने का फरमान, लड़कियों ने इसे तालिबानी फैसला बताया

BHAGALPUR : बिहार के भागलपुर जिले में अल्पसंख्यक गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं ने जबरदस्त हंगामा किया है. लड़कियों ने काफी पत्थरबाजी भी की है. दरअसल  गर्ल्स हॉस्टल में इन लड़कियों को ट्राउजर पर रोक लगा दी गई है. अधीक्षक ने इन्हें हमेशा बुर्के में रहने का आदेश दिया है. सुपरिटेंडेंट के इस फैसले को लड़कियों ने तालिबानी निर्णय बताया है.


भागलपुर में बीएन कॉलेज के पास स्थित अल्पसंख्यक गर्ल्स हॉस्टल में यह बवाल हुआ है. लड़कियां काफी हंगामा कर रही हैं. हॉस्टल की गेट पर इन्होंने खुद रोड़ेबाजी की है. छात्राओं का आरोप है कि अधीक्षक गालियां देती हैं। हमेशा बुर्के में रहने को कहती हैं. तालिबान की तरह शरिया कानून लागू करना चाहती हैं. गर्मी में ट्राउजर भी पहनें तो चीखती-चिल्लाती हैं और घरवालों को झूठी जानकारी देती हैं कि आपकी बच्ची लड़के से बात करती है.


छात्रा दरख्शा अनवर ने कहा कि उसके पिता पर अपराधी होने का आरोप है तो इसमें उसकी क्या गलती है. मुझे डॉन की बेटी कहकर अधीक्षक हॉस्टल से निकालना चाहती हैं. रिसर्च स्कॉलर नेदा फातिमा ने कहा कि छात्राएं गरमी में अगर ट्राउजर पहन लेती हैं या किसी स्कूटी वाली छात्रा से बात करती दिख जाती हैं, तब भी अधीक्षक गालियां देने लगती हैं.इधर हॉस्टल की अधीक्षक ने कहा कि हॉस्टल में दो बहनें हैं, जिनमें से एक नगमा अनवर अपने पिता के बल पर उठवा लेने की धमकी देती है. हालांकि अधीक्षक ने गाली या अपशब्द कहने के आरोप को गलत बताया है. 


हंगामे की सूचना पर नाथनगर की सीओ स्मिता झा और पुलिस हॉस्टल पहुंची तब अधीक्षक ने हॉस्टल का ताला खोला है. टीएमबीयू प्रशासनिक भवन पहुंचकर वीसी से मिलना चाहती हैं.डीएसडब्ल्यू डॉ. रामप्रवेश सिंह और प्रॉक्टर डॉ. रतन मंडल ने छात्राओं से बात की. डीएसडब्ल्यू ने जिला कल्याण पदाधिकारी से कहा कि छात्राओं को बिना पूर्व नोटिस के नहीं निकालें. इन्हें सोमवार तक का समय दें.मामले की जांच करें और अधीक्षक तथा छात्राओं में जो दोषी हो उन पर कार्रवाई करें.