बिहार के 680 इंजीनियरिंग छात्र-छात्राओं का हुआ प्लेसमेंट, मंत्री सुमित सिंह ने दी बधाई

बिहार के 680 इंजीनियरिंग छात्र-छात्राओं का हुआ प्लेसमेंट, मंत्री सुमित सिंह ने दी बधाई

PATNA:  बिहार के 608 इंजीनियरिंग छात्र-छात्राओं को कैंपस प्लेसमेंट हुआ है। इन छात्रों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार स‍िंह ने बधाई दी है। उन्होंने कहा कि अपने हुनर और मेहनत के बदौलत इन छात्र-छात्राओं ने बिहार का नाम रोशन किया है।


फर्स्ट बिहार से बातचीत करते हुए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार स‍िंह ने 15 साल पहले के बिहार की स्थिति और वर्तमान की स्थिति को एक-एक करके बताया। पहले क्या-क्या समस्या लोगों को झेलनी पड़ती थी इसके बारे में भी उन्होंने अपनी बाते रखी। सुमित सिंह का कहना था कि एक समय था जब बिहार के बच्चे पढ़ाई के लिए दूसरे प्रदेशों में जाते थे। बिहार में उच्च शिक्षा व्यवस्था को चौपट करके रख दिया गया था। उस दौर में युवाओं का उज्जवल भविष्य कभी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल नहीं था। शिक्षा व्यवस्था में घोटाला और नौकरी में जबरदस्त धांधली का पर्याय बनकर बिहार रह गया था। 


मंत्री सुमित सिंह ने कहा कि जब नीतीश कुमार की सरकार बनी तो उस वक्त राज्य का खजाना खाली था। बिहार की व्यवस्था चौपट स्थिति में थी लेकिन ये नीतीश कुमार का दृढ़ संकल्प ही था जिसने बिहार को उस बीमारू दौर से निकाल आज के समृद्ध और आत्मनिर्भर बिहार के रूप में देश के सामने रखा। आज बिहार के लगभग हर जिले में इंजिनियरिंग, मेडिकल, आईटीआई और अनेकों प्रशिक्षण संस्थान खुल गए हैं। जिसने युवाओं को शिक्षित और सशक्त बनाने का काम किया है।


इसके साथ-साथ अब सभी छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद बड़ी कंपनियों में रोजगार के लिए प्लेसमेंट भी दिया जा रहा है। इस संदर्भ में शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में कुल 608 छात्र-छात्राओं को प्लेसमेंट दिया गया। साथ ही रोजगार के अवसर को और व्यापक बनाने की दिशा में बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्राद्यौगिकी विभाग की ओर से सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों के वर्ष 2020 एवं 2021 के पास छात्र-छात्राओं के लिए राज्य में रोजगार मेले का भी आयोजन किया जा रहा है। 


सुमित सिंह ने आगे कहा कि शिक्षा एवं रोजगार के क्षेत्र में बिहार की उपलब्धि का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस राज्य में पहले एक ढंग का कॉलेज नहीं हुआ करता था उस राज्य में अब छात्र-छात्राओं को 15 लाख का पैकेज दिया जा रहा है। ऐतिहासिक रूप से प्रगति के पथ पर बढ़ता बिहार अब किसी कल्पना से परे अपनी पहचान स्थापित करने में सक्षम हो चला है।