बिहार : इंटरनेशनल फुटबॉलर से गंदा काम करने की कोशिश,आरोपी बोला ... अधिक खिलाड़ी बनती हो...इज्जत लूट लेंगे

बिहार : इंटरनेशनल फुटबॉलर से गंदा काम करने की कोशिश,आरोपी बोला ... अधिक खिलाड़ी बनती हो...इज्जत लूट लेंगे

SIWAN : बिहार में अपराधियों और बदमाशों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य के अंदर आए दिन कहीं न कहीं से हत्या, छिनतई, लूट और बलात्कार की घटनाएं निकल कर सामने आती रहती है। इस बीच अब एक ताजा मामला बिहार के सीवान से निकल कर सामने आया है। जहां एक इंटरनेशनल फुटबॉलर से रेप की कोशिश की गई है। 


मिली जानकारी के अनुसार, सीवान की रहने वाली एक इंटरनेशनल महिला फुटबॉलर के साथ रेप के कोशिश की गई। आरोपी युवक ने उससे धमकी भरे लहजे में यह भी कहा कि,तुम बहुत खिलाड़ी बनती हो। तुम्हारी इज्जत लूट लूंगा और उसके बाद लड़की को घसीटकर खेत में ले गया। जिसके बाद महिला फुटबॉलर ने शोर मचाना शुरू कर दिया।  जिसके बाद चिल्लाने की आवाज सुनकर आस- पास की महिलाएं दौड़ी तो युवक लड़की की पिटाई करके भाग गया।


बताया जा रहा है कि, यह पूरा मामला सीवान के मैरवा थाना क्षेत्र का है। जहां  20 साल की महिला खिलाड़ी ने डीएम अमित कुमार पांडेय से मिलकर शिकायत  है कि, उसके साथ गांव के ही रहने वाले एक युवक ने गंदे कामों को अंजाम देने की कोशिश की है। लड़की ने बताया कि,वह बिहार के अलावा देश के कई भागों में फुटबॉल खेल चुकी है। वह स्पेशल ओलिंपिक खेलने अमेरिका तक गई है। कई मेडल जीते हैं। वह सीवान के ही एक खेल एकेडमी की स्टार फुलबॉलर है।


लड़की ने बताया कि, वह गांव में ही टहल रही थी। इसी दौरान गांव के ही बिट्टू कुमार यादव ने उसे पकड़ लिया। घसीटते हुए सरसों के खेत में ले गया। फिर जबरदस्ती करने की कोशिश की। गाली देते हुए कहा कि तुम ज्यादा खिलाड़ी बनती हो, इज्जत लूट लेंगे। हालांकि जब इसने हिम्मत दिखाते हुए शोर मचाया और चीख सुनकर आसपास की महिलाएं खेत की तरफ दौड़ीं। तो आरोपी ने उसके सिर और सीने पर लात-घूंसों से पीटा। फिर वहां से भाग गया। आरोपी ने जाते-जाते पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी दी।


इधर, इस मामले को लेकर जिलाधिकारी अमित कुमार पांडे ने महिला खिलाड़ी को न्याय दिलाने का भरोसा दिया है। पीड़िता ने मीडिया के सामने रोते हुए मांग की कि आरोपी पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई हो और उसे सजा मिले। पीड़िता बिहार फुटबॉल टीम की सदस्य है। कई बार नेशनल लेवल पर बिहार की ओर से खेल चुकी है। पीड़िता अपने चार भाई-बहनों में सबसे छोटी है। उसके पिता मजदूरी करते हैं। पीड़िता को खिलाड़ी बनाने में उसके परिवार का भी बड़ा योगदान रहा है। उसके पिता ने भी पूरा सहयोग किया है।