BIHAR FLOOD NEWS: सरकारी मदद नहीं मिलने से गुस्साएं बाढ़ पीड़ितों ने मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रोड को किया जाम, पथराव कर पुलिस कर्मियों को खदेड़ा

BIHAR FLOOD NEWS: सरकारी मदद नहीं मिलने से गुस्साएं बाढ़ पीड़ितों ने मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रोड को किया जाम, पथराव कर पुलिस कर्मियों को खदेड़ा

MUZAFFARPUR:  मुजफ्फरपुर में बाढ पीड़ितों को किसी तरह की सरकारी मदद नहीं मिल रही है। इसी बात से गुस्साएं लोगों ने टायर जलाकर मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। जिससे यातायात बुरी तरह बाधित हो गया। आक्रोशित लोगों का कहना है कि हमारी सुनने वाला कोई नहीं है इसलिए सड़क पर जिंदगी काट रहे है और जिला प्रशासन कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है। लोगों का आरोप है कि बाढ़ पीड़ितों को खाना खिलाने से पहले आपदा प्रबंधन और मुजफ्फरपुर ओराई के पदाधिकारी ने अंगूठे का निशान लगवाया। बिना अंगूठा लगाये किसी को खाना तक नहीं दिया गया। इसी बात से लोग गुस्सा हो गये। 


 बिहार में बाढ़ के बीच प्रशासन की बेरुखी से गुस्साएं बाढ़ पीड़ितों ने बांस बल्ला लगाकर बीच सड़क पर टायर जलाया और मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रोड को जाम कर दिया। सरकार की बेरुखी से नाराज उग्र बाढ़ पीड़ितों ने इस दौरान पुलिस को खदेड़ा और पथराव किया। जिसके बाद पुलिस कर्मी वहां से जान बचाकर भागे। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को भेजा गया है। 


आक्रोशित बाढ़ पीड़ितों ने सरकार और उनके अधिकारियों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। लोगों का कहना था कि ये लोग सिर्फ फोटो खिंचवाने आते हैं लेकिन मदद नहीं करते। बाढ़ पीड़ितों के लिए किसी तरह की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है। अधिकारी भी फोटो खींचवाने में मशगूल रहते हैं। बिहार में करीब 17 जिले वाढ से प्रभावित है। जिसमें बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में भी बाढ़ से कई प्रखंड के दर्जनों गांव प्रभावित है। इसी बीच सरकार के तरफ से दी जाने वाली बाढ़ पीड़ितों को राहत की कोई मुकम्मल व्यवस्था मुजफ्फरपुर में नहीं है। जिसके कारण मुजफ्फरपुर में बाढ़ पीड़ितों का गुस्सा अचानक फुट पड़ा जिसके बाद बांस बल्ला लगाकर मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रोड को जाम कर दिया। 


वही टायर को भी बीच सड़क पर जलाकर आवागमन को पूरी तरह से बाधित कर दिया।  बता दें कि मुजफ्फरपुर ज़िले में जहां एक तरफ बीते दिनों बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि से ज़िले के औराई, कटरा और गायघाट प्रखंड के तकरीबन दो दर्जन से अधिक पंचायत पूरी तरह से बाढ़ से प्रभावित हो गया है, इसके बाद बाढ़ पीड़ित लोग ऊंचे स्थानों के साथ-साथ मुख्य सड़कों पर अपना आशियाना बनाए हुए हैं कई जगहों पर प्रशासन ने जो व्यवस्था की है वो मुकम्मल नहीं है। 


हालांकि दो दिनों में बागमती नदी के जलस्तर में आई कमी के बाद लोगों ने ठीक से राहत की सांस ली भी नहीं थी कि औराई प्रखंड के रामखेतारी पंचायत में लखनदेई नदी का तटबंध टूट गया जिससे तकरीबन एक दर्जन पंचायत बाढ़ से प्रभावित हो गये तो वहीं दूसरी तरफ सीतामढ़ी में बीते दिनों बागमती नदी का तटबंध टूट गया था और जिसके आगोश में मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड के कई पंचायत आ गए थे तो यूं कहें कि औराई प्रखंड के लोगों को नदियों के त्रासदी का सामना करना पड़ा ऐसे में लोग पिछले कई दिनों से मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी NH 77 को अपना आशियाना बना रखे है और अपने बच्चे सपरिवार और मवेशियों को लेकर NH 77 किनारे ही अपना जीवन यापन कर रहे हैं। 


इसी बीच शुक्रवार को अचानक बाढ़ पीड़ितों का गुस्सा फूट पड़ा और बाढ़ पीड़ितों के द्वारा सड़कों पर बास बल्ला लगाकर मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर दिया गया वहीं सड़क जाम कर रहे लोगों का आरोप है कि पिछले कई दिनों से हम सड़कों पर रह रहे हैं बावजूद इसके जिला प्रशासन के द्वारा हमें किसी तरह की कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है। वही सड़क जाम की सूचना मिलते ही मौक़े पर पहुंची औराई थाने की पुलिस लोगों को शांत कराने में जुटी है।