बिहार : दोस्त की बहन की शादी में आया था युवक, जरा सी कहासुनी पर दोस्त ने ली जान

बिहार : दोस्त की बहन की शादी में आया था युवक, जरा सी कहासुनी पर दोस्त ने ली जान

BHAGALPUR : बिहार के भागलपुर से एक सनसनीखेज मामला निकल कर सामने आ रहा है। यहां बहन की शादी में शामिल होने आए युवक ने अपने ही दोस्‍त ने ही बेहद क्रूरता से चाकू से गोदकर हत्‍या कर दी। इस घटना में मृतक की पहचान जोगसर थानाक्षेत्र के दीपनगर चौक में स्थानीय बिट्टू मंडल के पुत्र आशीष कुमार के तौर पर हुई है। शुरुआती जांच में आपसी झगड़े को वजह बताया गया है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।


दरअसल, प्रिंस की बहन की शादी में उस समय भगदड़ मच गया जब शादी में आए युवक ने अपने ही दोस्त की क़त्ल कर डाली। जिसके बाद बरात में शामिल होने आए लोग उल्‍टे पांव अपने घर के लिए रवाना होने लगे। बचे लोग भी पुलिस की पूछताछ के फेरे में न पड़ने के कारण वहां से निकलते हुए नजर आए। बताया जा रहा है मृतक आशीष अमन, अंशु और दयालू के साथ तातारपुर थानाक्षेत्र के गोलाघाट निवासी अपने दोस्त प्रिंस की बहन की शादी में शामिल होने पहुंचे थे। शादी में किसी बात को लेकर मामूली झगड़ा हो गया।


वहीं, इस घटना से नाराज अभिषेक कुमार उर्फ दयालू ने जोगसर के दीपनगर चौक पर आशीष के सिर, छाती और पेट पर चाकू से कई वार किए। घायल आशीष को लहूलुहान हालत में देर रात तीन दोस्तों ने ही जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान गुरुवार की सुबह उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने वर और वधू पक्ष के लोगों से पूछताछ कर घटना के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही थी। इस बीच, आशीष के तीन चश्मदीद दोस्त अमन, अंशु और प्रिंस अभिभावकों के साथ जोगसर थाने पहुंचे और घटना की जानकारी पुलिस को दी।


इनलोगों ने पुलिस को बताया कि आपसी झगड़े में अभिषेक उर्फ दयालु ने छुरा घोंप दिया था। वह आशीष को जमीन पर गिराकर छाती ,पेट और सिर पर लगातार चाकू से वार करता रहा और फिर भाग निकला। हम लोगों ने आशीष को जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां गुरुवार की सुबह उसकी मौत हो गई।


इधर, मृतक की मां बबीता देवी ने बताया कि बुधवार की शाम को ही सभी दोस्त प्रिंस की बहन की शादी में भाग लेने निकले थे। अभिषेक उर्फ दयालु नशाबाज है, उसकी दोस्ती पर वह हमेशा एतराज जताती थीं। आशीष का परिवार मूल रूप से जगदीशपुर के बलुआचक का रहने वाला है। परिवार गोलाघाट स्थित ननिहाल में आकर बस गया है। पिता पेंटर का काम कर परिवार चला रहे हैं।