PATNA : बिहार की महिलाएं अब कमजोर और अबला नहीं नजर आएंगे अब उनकी इस पुरानी छवि को बिहार पुलिस तोड़ती हुई नजर आ रही है। बिहार पुलिस मुख्यालय ने फिलहाल बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मियों को डायरेक्ट 112 साइबर यूनिट और सोशल मीडिया सेंटर में बहाल कर रखा है।
वहीं,अब जो जानकारी निकलकर सामने आई है वह अपने आप में आश्चर्यचकित करने वाली है। अब विशिष्ट व्यक्तियों की सुरक्षा यानी बॉडीगार्ड और आतंक निरोधी दस्ता यानी एटीएस के साथ ही साथ स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ में भी महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। इसको लेकर उन्हें विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है।
मालुम हो कि, पुलिस मुख्यालय के मुताबिक डायल 1112 साइबर यूनिट और सोशल मीडिया सेंटर में कार्य करने हेतु महिलाओं को प्राथमिकता दी गई है 24 घंटे कार्यरत डायल 112 के राज्य स्तरीय कॉल सेंटर में 100% महिलाएं ही कार्यरत है। थानों में 20% अपार थाना अध्यक्ष का कार्यभार महिलाओं को सोपा गया है ताकि वह भविष्य में थानाअध्यक्ष नेतृत्व के लिए तैयार हो सके। इसके साथ ही इसके साथ ही पटना के ट्रैफिक प्रबंधन में महिलाओं को प्राथमिकता देते हुए 75% पुलिस निरीक्षक तथा 40% सिपाही के पदों पर महिलाओं को जगह दिया गया है।
आपको बताते चले कि राज्य पुलिस बल में महिलाओं की संख्या करीब एक चौथाई होने की वजह से उनके ड्यूटी और परिवार के बीच संतुलन बनाए रखने को लेकर भी मुख्यालय के स्तर से प्रयास हो रहा है। इनके ट्रांसफर को लेकर नई नीति बनाई जा रही है जिसमें विभाग में कार्यरत पति-पत्नी को एक ही कार्य क्षेत्र में पद स्थापित करने का काम किया जाएगा।