PATNA : बिहार में सिंघम और सुपर कॉप जैसे नामों से पहचाने जाने वाले आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे एक बार फिर योगदान देने को तैयार हैं। शिवदीप लांडे महाराष्ट्र में 5 साल की प्रतिनियुक्ति पूरा करने के बाद शुक्रवार को रिलीव हो गए। लांडे अब एक हफ्ते की छुट्टी पर हैं और छुट्टी पूरी होने के बाद वह बिहार में योगदान देंगे। शिवदीप लांडे अब डीआईजी रैंक के अधिकारी हैं। ऐसे में बिहार कैडर के इस चर्चित आईपीएस अधिकारी को नीतीश सरकार कौन सी जिम्मेदारी देगी इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
शराबबंदी का टास्क
शिवदीप लांडे की वापसी की खबरों के बीच चर्चा हो रही है कि क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इस तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट का जिम्मा दे सकते हैं। बिहार में शराबबंदी को लेकर नीतीश कुमार ने एक बार फिर से सख्ती बढ़ाई है। हाल ही में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के के पाठक को नीतीश कुमार ने शराबबंदी अभियान को सफल बनाने का जिम्मा दिया है। उन्हें मध्य निषेध और उत्पाद विभाग का जिम्मा दिया गया है। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या शिवदीप लांडे को वापसी के बाद नीतीश कुमार शराबबंदी अभियान का जिम्मा देंगे।
मिशन अधिकारी के तौर पर पहचान
शिवदीप लांडे जब बिहार में हुआ करते थे तब उन्होंने अपने काम से खूब सुर्खियां बटोरी। पटना का सिटी एसपी रहते उन्होंने जिस तरह लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखा उसकी चर्चा आज भी होती है। यही वजह है कि पटना से उनके तबादले के बाद लोगों ने सड़क पर उतर कर सरकार से फैसला बदलने की मांग तक कर डाली थी। सीमांचल के इलाके में कई जिलों में शिवदीप लांडे ने बेहतरीन तरीके से काम किया है। अब ऐसे में अगर उन्हें नीतीश कुमार व्यक्तिगत तौर पर दिलचस्पी लेकर शराबबंदी अभियान से जोड़ते हैं तो लांडे बेहतर नतीजे दे सकते हैं। शिवदीप लांडे की पहचान ऐसे अधिकारी के तौर पर रही है जो मिशन मोड में काम करते हैं। वह जो भी जिम्मा उठाते हैं उसे अंजाम तक पहुंचाते हैं। फिलहाल 2006 बैच के इस आईपीएस अधिकारी की तैनाती बिहार आने पर कहां होती है यह देखना दिलचस्प होगा।