ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Politics: 'इ जतिए ढीठ है' आखिर यादवों पर क्यों गरम हैं JDU विधायक गोपाल मंडल? Bihar Politics: 'इ जतिए ढीठ है' आखिर यादवों पर क्यों गरम हैं JDU विधायक गोपाल मंडल? Babil Khan: रोते-बिलखते इरफ़ान के लाडले का वीडियो वायरल, कहा "बॉलीवुड से फेक इंडस्ट्री कहीं नहीं देखी" Vehicle Re-Registration Bihar: बिहार की सड़कों पर फिर दौड़ेंगी 15 साल पुरानी गाड़ियां, यहां देखें पूरी प्रक्रिया.. No helmet for fashion: बाल और मेकअप न बिगड़े, इसलिए महिलाएं नहीं पहन रहीं हेलमेट! पुलिस ने पकड़ा तो क्या बोलीं लड़कियां ? Bihar News: राज्य में खुलेंगे 3 नए गति शक्ति कार्गो टर्मिनल, सैकड़ों लोगों को मिलेगा रोजगार Jaykrishna Patel Mla: विधायक जी नोटों की गड्डी के साथ धराए...20 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ ACB ने पकड़ा! Bihar Crime News: प्रेम प्रसंग में युवती की हत्या, चेहरा जलाकर शव को नदी में फेंका Bihar weather update: बिहार में मौसम का बदला मिजाज... 8 जिलों में तूफान-बारिश का कहर, IMD ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट Mothers Day 2025: मां के साथ बिहार के इन धार्मिक स्थलों पर करें दर्शन, मिलेगा आध्यात्मिक सुकून और यादगार अनुभव

भ्रष्टाचार पर मंत्री जी की पीड़ा का हुआ असर, नीतीश ने राजस्व भूमि सुधार के लिए खुद संभाली कमान

1st Bihar Published by: Updated Thu, 05 Mar 2020 06:46:12 PM IST

भ्रष्टाचार पर मंत्री जी की पीड़ा का हुआ असर, नीतीश ने राजस्व भूमि सुधार के लिए खुद संभाली कमान

- फ़ोटो

PATNA : राज्य में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अंदर व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर मंत्री रामनारायण मंडल ने 2 दिन पहले अपनी पीड़ा बयां की थी. मंत्री रामनारायण मंडल ने अपने विभाग के अधिकारियों की भ्रष्टाचार तथा सार्वजनिक मंच से सुनाई थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक्शन में आते हुए आज राजस्व भूमि सुधार विभाग की समीक्षा बैठक की है.


मंत्री रामनारायण मंडल और विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह की मौजूदगी में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की कार्यशैली में बदलाव को लेकर सीएम ने हर स्तर पर फीडबैक लिया. मुख्यमंत्री के सामने लैंड रिकॉर्ड, लैंड सर्वे और सेटलमेंट के साथ-साथ लैंड एक्विजिशन और अन्य मुद्दों पर बजाप्ता प्रेजेंटेशन भी दिया गया. मुख्यमंत्री ने आज की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को यह समझा दिया कि अब भूमि विवाद से जुड़े मामलों में कोई कोताही नहीं चलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमि विवाद से जुड़े मामलों का समाधान बिना देरी के किया जाना चाहिए क्योंकि इससे कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा होती है.


मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सप्ताह में 1 दिन थानेदार और अंचलाधिकारी संयुक्त बैठक करें. भूमि विवाद के मामलों का निपटारा करेंगे. 15 दिनों में एक बार अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी इसी तरह भूमि विवाद से जुड़े मामलों का निपटारा करेंगे. जबकि महीने में एक बार जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को यही पहल करनी होगी. भूमि विवाद को खत्म करने के लिए हर स्तर पर पहल की जरूरत मुख्यमंत्री ने बताई है. मुख्यमंत्री के साथ हाई लेवल मीटिंग में मुख्य सचिव दीपक कुमार विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह राजस्व परिषद के अध्यक्ष त्रिपुरारी शरण और गृह एवं सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी भी मौजूद रहे.