हनुमान पर संकट आने के 24 घंटे बाद भी लालू परिवार खामोश, आरजेडी सुप्रीमो से लेकर तेजस्वी तक ने नहीं खोली जुबान

हनुमान पर संकट आने के 24 घंटे बाद भी लालू परिवार खामोश, आरजेडी सुप्रीमो से लेकर तेजस्वी तक ने नहीं खोली जुबान

PATNA : भोला यादव को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का हनुमान कहा जाता है। लालू के इस हनुमान की गिरफ्तारी को 24 घंटे गुजर चुके हैं लेकिन अब तक ना तो लालू यादव और ना ही उनके परिवार के किसी सदस्य ने भोला यादव के मसले पर जुबान खोली है। हर छोटी बड़ी बात पर भारतीय जनता पार्टी को खरी-खोटी सुनाने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को जैसे सांप सूंघ गया है। तेजस्वी यादव ने इस मामले को लेकर अपनी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। यही हाल लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती का है। बेबाक अंदाज में अपनी बात रखने वाले लालू के बड़े लाल तेज प्रताप यादव भी इस बार चुप हैं। लालू यादव के परिवार की यह खामोशी बेवजह नहीं है। 


सियासी गलियारे में यह चर्चा है कि लालू परिवार भोला यादव की गिरफ्तारी के बाद बेहद सदमे में है। लालू परिवार के लोगों को ऐसा लगता है कि भोला यादव की गिरफ्तारी के बाद अब सीबीआई के निशाने पर उनके परिवार का कोई दूसरा सदस्य हो सकता है। ऐसे में गिरफ्तारी की आशंका को लेकर सभी डरे हुए हैं। भोला यादव के बचाव में कुछ भी बोलने से पहले लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव इस बात की तस्दीक कर लेना चाहते हैं कि आईआरसीटीसी घोटाले में उनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है या नहीं।


लालू परिवार में शायद ही किसी को इस बात का अंदाजा रहा होगा कि आईआरसीटीसी घोटाले में भोला यादव की गिरफ्तारी हो सकती है। अब तक लालू परिवार के किसी भी सदस्य की गिरफ्तारी इस मामले में नहीं हुई है। लालू यादव अगर जेल गए भी हैं तो चारा घोटाला मामले में। भोला यादव की अचानक हुई गिरफ्तारी और सीबीआई के रिमांड पर 7 दिनों के लिए उनका चला जाना, लालू परिवार की परेशानी और बढ़ा रहा है। इस बात की भी है कि कहीं सीबीआई की रिमांड के दौरान भोला यादव बड़े राज ना खोल दें। शायद यही वजह है कि इस बार भोला यादव की गिरफ्तारी होने के बावजूद लालू परिवार अपनी जुबान खोलने से डर रहा है। बीजेपी और सीबीआई के खिलाफ फिलहाल लालू का कुनबा इसलिए भी कुछ नहीं बोलना चाहता कि अगर उनकी तरफ से बयान आता है तो भोला यादव की मुश्किलें रिमांड में बढ़ जाएंगी।