जेल जायेंगे खेसारी लाल यादव! गरीब बच्चों को गोद लेकर छोड़ा, बच्चों ने कहा- खर्च के लिए चवन्नी भी नहीं देते

जेल जायेंगे खेसारी लाल यादव! गरीब बच्चों को गोद लेकर छोड़ा, बच्चों ने कहा- खर्च के लिए चवन्नी भी नहीं देते

PATNA : भोजपुरी के सुपर स्टार अभिनेता खेसारी लाल यादव एक बड़ी मुश्किल में फंस सकते हैं. एक सामाजिक कार्यकर्ता ने उनके ऊपर एफआईआर करने की धमकी दी है. खेसारी के ऊपर आरोप है कि उन्होंने गरीब बच्चों को गोद लेकर बेसहारा छोड़ दिया है. दरअसल खेसारी लाल यादव ने जिन बच्चों को गोद लिया, पैसा नहीं जमा करने के कारण स्कूल वाले बच्चों को स्कूल से निकालने की धमकी दे रहे हैं. जिसके कारण बच्चों का भविष्य अंधकार में जाता हुआ दिखाई दे रहा है.


गोह सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके सामाजिक कार्यकर्ता इंजीनियर एकलाख खान ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर लाइव आकर भोजपुरी के सुपर स्टार अभिनेता खेसारी लाल यादव को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा है कि अगर खेसारी लाल यादव बच्चों का स्कूल फी नहीं भरते हैं तो वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे. इंजीनियर एकलाख खान खेसारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे.


दरअसल पूरा मामला बिहार के गया जिले के कोच थाना इलाके का है, जहां कौड़िया गांव के रहने वाले अमरजीत की मौत साल 2018 में गुजरात के सूरत में मौत हो गई थी. अमरजीत के परिजनों का कहना है कि वह बिहारियों के प्रति फैलाई गई नफरत का शिकार हो गए और उनकी हत्या कर दी गई थी. हालांकि, गुजरात पुलिस ने इसे सड़क दुर्घटना में मौत का मामला बताया था.


अमरजीत की मौत के बाद भोजपुरी हीरो खेसारी लाल यादव 22 अक्टूबर 2018 को उनके घर पहुंचे थे और उन्होंने अमरजीत के दोनों बच्चों अंकित और  निशा प्रीति को गोद लिया और दोनों को पढ़ाने की जिम्मेवारी ली. लेकिन अब अंकित और निशा प्रीति का कहना है कि खेसारी एक रुपये की भी मदद नहीं कर रहे हैं. यहां तक की जिस स्कूल में खेसारी लाल यादव ने उनका नामांकन कराया था. वहां के स्कूल वाले भी अंकित और निशा प्रीति को निकालने की धमकी दे रहे हैं. स्कूल वालों की धमकी के कारण बच्चों के परिजन काफी डर गए हैं. वे सोच रहे हैं कि बच्चों का भविष्य क्या होगा. 



गौरतलब हो कि अमरजीत की विधवा पत्नी अंजू से मिलने के दौरान खेसारी लाल यादव ने उन्हें अपना बहन बताया था. उन्होंने कहा था कि अंकित और निशा प्रीति, दोनों उनके भांजा-भांजी जैसे हैं. इसलिए पढ़ाई किसी अच्छे स्कूल में कराएंगे. पढ़ाई का सारा खर्च खुद खेसारी उठाएंगे.


मृतक के पिता राजदेव सिंह का कहना है कि खेसारी लाल ने कहा कि वे इन बच्चों के लिए अच्छे स्कूल का चयन करें. लेकिन परिजनों ने गांव के पास के ही एक स्कूल में दोनों का नामांकन करवाया. वहां पैसे भी कम खर्च होते और बच्चे पास भी रहते. लेकिन खेसारी ने दोनं को बेसहारा छोड़ दिया है. वो अब एक चवन्नी भी खर्च नहीं कर रहे हैं. 



आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खेसारी लाल यादव अपनी कमाई का बहुत बड़ा हिस्सा दान दे देते हैं. खेसारी लाल यादव अपनी कमाई का 40 फीसदी हिस्सा चैरिटी में देते हैं. एक इंटरव्यू के दौरान खेसारी लाल यादव ने दावा किया था कि "मैं आज जो कुछ भी हूं अपने फैंस की वजह से ही हूं. अगर मेरे फैंस न होते और दर्शक मुझे पसंद न करते तो मेरा कोई अस्तित्व न होता. मेरे लिए किसी भी धर्म और जाति में कोई अंतर नहीं है. मैंने सभी धर्मों और जातियों से 62 बच्चों को गोद लिया हुआ है. इसके साथ ही मैं उनकी पढ़ाई पर हर महीने 3 लाख रुपए खर्च करता हूं."