BEGUSARI : कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की पहचान के लिए पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर गुरुवार से डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग अभियान शुरू हो गया। इसके तहत टीम के सदस्य घर-घर जाकर स्वास्थ्य संबंधित सवाल पूछ कर जानकारी ले रहे हैं। पूरे जिले में 1295 टीम छह लाख घरों में जांच करेगी।
डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि 16 से 23 अप्रैल तक चलने वाले इस अभियान के लिए 1295 टीम को लगाया गया है तथा करीब छह लाख घरों में जांच किया जाएगा। सर्वे टीम में दो सदस्य तथा तीन टीम पर एक पर्यवेक्षक को नियुक्त किया गया है। सर्वे में 2586 प्रशिक्षित कर्मी एवं 519 पर्यवेक्षक को लगाया गया है। इस दौरान टीम-ए 16 से 20 अप्रैल तक घर घर जाकर सर्वे करेगी। इसके बाद टीम-बी द्वारा 22 से 23 अप्रैल तक सर्वे के दौरान छूटे हुए परिवारों की जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार प्रश्नावली के आधार पर सर्वे किया जा रहा है। इस दौरान 60 या उससे अधिक उम्र के लोग एवं एक से 23 मार्च के दौरान राज्य के बाहर से आने वाले लोगों की विशेष तौर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। किसी भी प्रकार की शिकायत होने पर संबंधित लोगों को प्रखंड स्तरीय क्वारेन्टाइन सेंटर में रखकर स्वास्थ्य निगरानी की जाएगी। गंभीर स्थिति होने पर सैंपल पटना भेजा जाएगा।
डीएम ने बताया कि सर्वे दल को सभी सुरक्षा उपाय के साथ-साथ जांच के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के आदेश दिए गए हैं। बेगूसराय जिला से अब तक 673 सैंपल जांच के लिए पटना भेजा गया, जिसमें से 660 सैंपल का रिपोर्ट निगेटिव आया तथा पांच सैंपल का रिपोर्ट प्रतीक्षित है। 52 लोगों को जिला मुख्यालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। कोरोना संक्रमित व्यक्तियों से संबंधित क्षेत्र को सील कर प्रावधानित प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई की जा रही है। सील किए गए क्षेत्रों में आवश्यक सामग्री का अभाव नहीं हो इसके लिए व्यवस्था की गई है। आपदा राहत केंद्र में 2718 लोगों को भोजन और 557 व्यक्तियों को आवासन उपलब्ध कराया गया है। 184 लोगों की मदद प्रवासी मजदूर सहायता कोषांग के माध्यम से की गई है। बता दे कि डोर टू डोर स्कैनिंग करने गए कर्मचारियों को कई जगह लोगों के द्वारा विरोध भी किया गया।