बहन-बेटियों का हो रहा चीरहरण! बेगूसराय की घटना पर भड़की बीजेपी; नीतीश को धृतराष्ट्र और तेजस्वी को दुर्योधन बताया

बहन-बेटियों का हो रहा चीरहरण! बेगूसराय की घटना पर भड़की बीजेपी; नीतीश को धृतराष्ट्र और तेजस्वी को दुर्योधन बताया

BEGUSARAI: बेगूसराय में मणिपुर जैसी घटना सामने आने के बाद बिहार की सियासत गर्म हो गई है। एक तरफ जहां मणिपुर की घटना को लेकर महागठबंधन में शामिल दर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ बेगूसराय में हुई घटना को लेकर बीजेपी ने महागठबंधन सरकार पर हमलावर हो गई है। बेगूसराय पहुंचे नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धृतराष्ट्र जबकि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को दुर्योधन बताया और पूछा है कि बेगूसराय की घटना पर दोनों ने चुप्पी क्यों साध लिया है।


दरअसल, बेगूसराय के तेघड़ा थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग लड़की को निर्वस्त्र कर पीटने एवं वीडियो वायरल करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा शनिवार को बेगूसराय पहुंचे और घटना की जानकारी ली और सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि तेघड़ा में हुई घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है। नाबालिग लड़की को निर्वस्त्र करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो। प्रशासन घटना को बदल रही है, सच को छिपा रही है।


उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर प्रशासन के लोग अलग तरह का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आखिर लड़की को निर्वस्त्र करने का अधिकार लोगों को किसने दिया है। उनके पास जंगलराज की मानसिकता कहां से आई, इसकी उच्चस्तरीय जांच हो। उन्होंने कहा कि बहन-बेटियों का चीरहरण हो रहा है और इस घटना पर हस्तिनापुर के धृतराष्ट्र नीतीश कुमार मौन धारण किए हुए हैं। उनका दुर्योधन तेजस्वी भी मौन है। मणिपुर में जो घटना हुई उस पर कार्रवाई हुई लेकिन बिहार में तो पुलिस जल्दी केस ही नहीं लेती है। हत्या को हार्ट अटैक बताती है, आपसी विवाद कहकर पल्ला झाड़ लेती है। इस सरकार में कितनी हत्या हुई, इसका कोई जवाब नहीं देने वाला है।


नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बेगूसराय में एनएच पर 30 किलोमीटर तक गोली चलता रहा, लेकिन उसका रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं किया गया। यह जंगलराज नहीं गुंडाराज है। लड़की का कपड़ा फाड़ने वाले की सच्चाई उजागर हो, उस पर कार्रवाई हो। बिहार में महिलाओं पर जगह-जगह अत्याचार हो रहा है। गया और वैशाली में दलित बच्ची को आज तक इंसाफ नहीं मिला।दरिंदों पर कार्रवाई करने के साथ उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को निर्दोष को फंसाने का अनुभव है और हर घटना में वही कराते हैं। प्रशासन के पास घटनाओं का जवाब नहीं रहता है।