IRCTC Down : IRCTC वेबसाइट और ऐप फिर से डाउन, यदि फंस गया है आपका भी पैसा, तो करें यह काम Purnea News: धनतेरस पर नया घर, नई खुशियों की शुरुआत, पनोरमा ग्रुप का शानदार फेस्टिव ऑफर Purnea News: धनतेरस पर नया घर, नई खुशियों की शुरुआत, पनोरमा ग्रुप का शानदार फेस्टिव ऑफर Bihar News: बिहार में सिलेंडर ब्लास्ट की घटना में एक ही परिवार के 6 लोग झुलसे, एक की हालत गंभीर Bihar News: बिहार में सिलेंडर ब्लास्ट की घटना में एक ही परिवार के 6 लोग झुलसे, एक की हालत गंभीर Bihar News: बिहार में चार-चार दीपावली, सारण की धऱती से अमित शाह ने ऐसा क्यों कहा ? जानें..... BIHAR ELECTION : जदयू उम्मीदवार चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी ने किया नामांकन पर्चा दाखिल,कहा -सांसद रहते हुई कुछ गलतियां अब माफ़ करे जनता BIHAR ELECTION : रामबाबू सिंह ने बड़हरा सीट विधानसभा सीट पर RJD कैंडिडेट के रूप में किया नामांकन, कहा -सरकार बनते ही हर घर तक रोजगार की गारंटी होगी पूरी बाहुबलियों के गढ़ में घनसेठ निकली पूर्व सांसद, 'छोटे सरकार' के खिलाफ मैदान में उतरी वीणा देवी के पास कितनी है संपति जान कर रह जाएंगे हैरान, ग्राम नहीं किलो में रखती हैं "सोना" Road accident: जेसीबी चालक की बाइक अनियंत्रित होकर गड्ढे में गिरने से मौत, ग्रामीणों ने जमकर किया हंगामा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 14 Feb 2024 07:13:45 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : इस साल 14 फरवरी 2024 को बसंत पंचमी मनाया जा रहा है। इस दिन को मां सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। साधक विद्या और ज्ञान की प्राप्ति के लिए मां शारदा की विधिवत पूजा-आराधना करते हैं। इस त्योहार को सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करने से करियर में आने वाली बाधाओं से छुटकारा मिलता है और जीवन के हर क्षेत्र में अपार सफलता मिलती है।
बसंत पंचमी 13 फरवरी को दोपहर 02.41 बजे से अगले दिन 14 फरवरी को दोपहर 12.09 बजे तक रहेगी। उदिया तिथि के चलते बसंत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी को मनाया जाएगा। इस दिन सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 07.00 से दोपहर 12.41 बजे तक रहेगा। यानी सरस्वती पूजा के लिए आपके पास करीब साढ़े पांच घंटे का समय रहेगा।
माता सरस्वती की मूर्ति या प्रतिमा के बगल में भगवान गणेश की मूर्ति जरूर रखें। इस दिन पूजा वाली जगह पर कोई पुस्तक,वाद्य यंत्र या कोई भी कलात्मक चीज आवश्यक रखें। इसके बाद एक साफ़ थाली या प्लेट में कुमकुम, हल्दी, चावल, और फूलों से सजा कर भगवान गणेश और मां सरस्वती की पूजा करें। इसके बाद मां सरस्वती के मंत्रों का जाप करें। आप चाहें तो सरस्वती वंदन भी कर सकते हैं।