ब्रेकिंग न्यूज़

जमुई का TOP-10 अपराधी प्रवीण गिरफ्तार, हत्या-लूट-डकैती सहित एक दर्जन से अधिक मामलों में थी पुलिस को तलाश देशभर में 1 करोड़ महिलाएं बनेंगी AI साक्षर, PM मोदी की मां के नाम पर शुरू होगा यशोदा अभियान BIHAR: मधुबनी में नकली लॉटरी और सट्टा का जाल: गांव से शहर तक फैला काला कारोबार, प्रशासन मौन VAISHALI: करंट लगने से एक मजदूर की दर्दनाक मौत, दूसरे की हालत नाजुक SARAN: जेपी के गांव से प्रशांत किशोर ने शुरू की बिहार बदलाव यात्रा, 120 दिनों तक बिहार की सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों का करेंगे दौरा NALANDA: राजगीर के नौलखा मंदिर में लाखों की लूट का खुलासा, पुजारी का बेटा भी था शामिल SUPAUL: छातापुर में विकास का ठहराव अब नहीं चलेगा, संजीव मिश्रा ने किया ऐलान..इस बार होगा परिवर्तन JDU विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत, बोले आनंद कुमार..वकीलों के हित के लिए सरकार कटिबद्ध, जल्द मिलेगा बीमा योजना का लाभ Building Slab Collapse: बिल्डिंग का स्लैब गिरने से 6 लोगों की मौत, कई घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Building Slab Collapse: बिल्डिंग का स्लैब गिरने से 6 लोगों की मौत, कई घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

बसंत पंचमी आज, जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और दिव्य उपाय

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 14 Feb 2024 07:13:45 AM IST

बसंत पंचमी आज, जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि और दिव्य उपाय

- फ़ोटो

PATNA :  इस साल 14 फरवरी 2024 को बसंत पंचमी मनाया जा रहा है। इस दिन को मां सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। साधक विद्या और ज्ञान की प्राप्ति के लिए मां शारदा की विधिवत पूजा-आराधना करते हैं। इस त्योहार को सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करने से करियर में आने वाली बाधाओं से छुटकारा मिलता है और जीवन के हर क्षेत्र में अपार सफलता मिलती है।  


बसंत पंचमी 13 फरवरी को दोपहर 02.41 बजे से अगले दिन 14 फरवरी को दोपहर 12.09 बजे तक रहेगी। उदिया तिथि के चलते बसंत पंचमी का त्योहार 14 फरवरी को मनाया जाएगा। इस दिन सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 07.00 से दोपहर 12.41 बजे तक रहेगा। यानी सरस्वती पूजा के लिए आपके पास करीब साढ़े पांच घंटे का समय रहेगा। 


माता सरस्वती की मूर्ति या प्रतिमा के बगल में भगवान गणेश की मूर्ति जरूर रखें।  इस दिन पूजा वाली जगह पर कोई पुस्तक,वाद्य यंत्र या कोई भी कलात्मक चीज आवश्यक रखें।  इसके बाद एक साफ़ थाली या प्लेट में कुमकुम, हल्दी, चावल, और फूलों से सजा कर भगवान गणेश और मां सरस्वती की पूजा करें।  इसके बाद मां सरस्वती के मंत्रों का जाप करें। आप चाहें तो सरस्वती वंदन भी कर सकते हैं।