PATNA : बिहार में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है. वहीं लॉकडाउन के दौरान भी काम में जुटे बैंककर्मी अब इसके चपेट में तेजी से आते जा रहे हैं. कोरोना के कारण राज्य में अब तक एक दर्जन से ज्यादा बैंक अधिकारियों और कर्मियों की मौत हो चुकी है.
सिर्फ पटना में ढाई सौ से अधिक बैंककर्मी संक्रमित हो चुके हैं. तो वहीं पूरे बिहार की बात की जाए तो अबतक एक हजार से अधिक बैंककर्मी कोरोना की जद में आ गए हैं. हालांकि बैंक कर्मियों के संक्रमण का अलग से कोई आंकड़ा राज्य सरकार के पास उपलब्ध नहीं है.
तेजी से बैंक कर्मियों के संक्रमित होने के मामले सामने आते देख राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी ने एक प्रस्ताव तैयार किया है, इसे ज्ल्द ही वित्त मंत्री को सौंपा जाएगा. फिर इन मांगों को राज्य के माध्यम से इसे केंद्रीय वित्त मंत्रालय तक पहुंचाया जायेगा, ताकि बिहार में तेजी से खराब होते हालात को देखते हुए बैंकों के लिए खास नियम या मानकों को लागू कराया जा सके.
तैयार किए गए प्रस्ताव में मुख्य रुप से मांगें रखी गयी हैं-
1. सभी बैंको का समय सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक हो.
2. बैंककर्मियों को अल्टरनेट डे बुलाने की व्यवस्था हो
3. कोविड-19 के इलाज के लिए निजी अस्पतालों को भी चिह्नित किया जाये, ताकि बैंक वाले इनसे टाइअप करके अपने कर्मियों का सरल तरीके से इलाज करा सकें.
4. बैंककर्मियों के लिए अलग से आइसोलेशन सेंटर या किसी होटल को चिह्नित कर दिया जाये.