BEGUSARAI: बागेश्वर धाम के संत पंडित धीरेंद्र शास्त्री चार दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं। पटना के नौबतपुर में 13 से 17 मई तक उनका कार्यक्रम होना है हालांकि धीरेंद्र शास्त्री के दौरे से पहले ही बिहार में इसको लेकर सियासत शुरू हो गई है। आरजेडी की तरफ से धीरेंद्र शास्त्री के दौरे का विरोध किया जा रहा है। आरजेडी के विरोध पर बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह जमकर बरसे। गिरिराज सिंह ने कहा है कि धीरेंद्र शास्त्री कोई मक्का-मदीना नहीं जा रहे हैं कि उनका विरोध किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष खरगे पर भी जोरदार हमला बोला।
दरअसल, धीरेंद्र शास्त्री के बिहार दौरे की चर्चा के बाद से उसपर सियासत शुरू हो गई है। लालू प्रसाद के बड़े बेटे और बिहार सरकार के मंत्री तेजप्रताप यादव ने दावा किया है कि वे धीरेंद्र शास्त्री को पटना एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देंगे। तेजप्रताप के इस बयान के बाद आरजेडी ने भी धीरेंद्र शास्त्री के पटना दौरे का विरोध किया। आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री को जेल के भीतर होना चाहिए था, अगर वे बाहर हैं तो यह अफसोस की बात है।
बेगूसराय पहुंचे केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने धीरेंद्र शास्त्री के दौरे को लेकर आरजेडी के विरोध पर गहरी नाराजगी जताई है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि धीरेंद्र शास्त्री सनातन धर्म के रक्षक हैं, ऐसे में उनका स्वागत होना चाहिए लेकिन उनको रोकने के लिए तुष्टीकरण की राजनीति अपनाई जा रही है। धीरेंद्र शास्त्री को अगर बिहार में किसी तरह का विरोध किया जाएगा तो उनके जैसे लोग भी धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में आगे आएंगे। सनातन धर्म के रक्षक धीरेंद्र शास्त्री कोई मक्का-मदीना नहीं जा रहे हैं बल्कि वे बिहार आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें रोकने की बात कहना कही से भी ठीक नहीं है।
वहीं इस दौरान गिरिराज सिंह ने मलिकार्जुन खरगे पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से प्रधानमंत्री को गाली देने का काम किया है लेकिन जब जब कांग्रेस प्रधानमंत्री को गाली दी है तब तब उनका कद और बढ़ा है। कांग्रेस की सोनिया गांधी ने भी मोदी को मौत का सौदागर कहा था जिसके बाद चुनाव में भारी जीत मिली थी। उसी तरह मलिकार्जुन खरगे इस बयान से कुछ होने वाला नहीं है और 2024 में मोदी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। गिरिराज सिंह ने कहा कि गांव में एक कहावत है कि कसाई के श्राप से गाय नहीं मरती है।