PATNA: बागेश्वर धाम के संत पंडित धीरेंद्र शास्त्री के पटना दौरे को लेकर बिहार का सियासी पारा हाई हो गया है। आरजेडी के नेता लगातार धीरेंद्र शास्त्री के दौरे पर आपत्ति जता रहे हैं। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे और बिहार सरकार के मंत्री तेजप्रताप यादव के विरोध के बाद अखिल भारत हिंदू महासभा धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में उतर गया है। अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कहा है कि तेजप्रताप यादव सत्ता के नशे में इस तरह का बयान दे रहे हैं, अगर रोकना ही है तो ओवैसी जैसे लोगों को रोकें जो हिंदू धर्म को लेकर जहर उगलते रहते हैं।
स्वामी चक्रपाणि ने कहा है कि लालू परिवार को जब सत्ता नहीं मिल रही थी तो तेजप्रताप यादव मंदिर-मंदिर घूम रहे थे। कभी भगवान शिव तो कभी भगवान कृष्ण का रूप धारण करते थे लेकिन सत्ता की मलाई खाने के बाद ऐसा नशा चढ़ा कि आज वे भगवान की कथा करने वाले बागेश्वर धाम के संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बिहार आने पर बहिष्कार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेजप्रताप यादव का बयान काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। बिहार में अगर नफरत फैलाने से किसी को रोकना है तो सबसे पहले वे ओवैसी जैसे लोगों को रोकें।
उन्होंने कहा कि ओवैसी और उनके भाई हमेशा से हिंदू धर्म को लेकर जहर उगलते रहे हैं। कभी मां कौशल्या तो कभी हिंदुओं के बारे में अपत्तिजनक टिप्पणी करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि तेजप्रताप यादव धीरेंद्र शास्त्री को कथा करने से नहीं रोक सकते हैं। भारत अभी गजवा-ए-हिंद नहीं बना है और अभी भी धर्मनिरपेक्ष देश है। किसी भी संत या कथा वाचक को सनातम धर्म के प्रचार प्रसार की छूट है। तेजप्रताप यादव का बयान अहंकार से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि तेजप्रताप यादव अपने बयान को वापस लें और पंडित धीरेंद्र शास्त्री से माफी मांगें। तेजप्रताप यादव को धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम में जाकर कथा सुनें, शायद कहीं उससे थोड़ी सद्बुद्धि आ जाए।