ब्रेकिंग न्यूज़

समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!

बीमार है बिहार का स्वास्थ्य महकमा!: बच्ची के शव को गोद में लेकर घंटों भटकता रहा बेबस पिता, नहीं मिली एम्बुलेंस

1st Bihar Published by: Vikramjeet Updated Sat, 15 Oct 2022 12:17:04 PM IST

बीमार है बिहार का स्वास्थ्य महकमा!: बच्ची के शव को गोद में लेकर घंटों भटकता रहा बेबस पिता, नहीं मिली एम्बुलेंस

HAJIPUR: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव बिहार की बिगड़ी स्वास्थ्य व्यवस्था को ठीक करने के लाख दावे कर लें लेकिन सच्चाई है कि आज भी राज्य के सरकारी अस्पतालों में गरीबों के इलाज की समुचित व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। तेजस्वी लाख कोशिश कर लें लेकिन स्वास्थ महकमे को इसकी परवाह नहीं है। सरकार के दावों की पोल खोलने वाली तस्वीरें अक्सर सामने आती रहती हैं। ताजा मामला हाजीपुर से सामने आया है,जहां एक सरकारी अस्पताल में संवेदनहीनता और लापरवाही की सारी हदें पार हो गई। यहां एक लाचार पिता अपनी बच्ची की मौत के बाद एम्बुलेंस की मांग करता रह गया लेकिन उसकी किसी ने नहीं सुनी।


दरसअल, वैशाली के राजापाकर थाना क्षेत्र के बहुआरा गांव निवासी अभिषेक सिंह की 8 साल की मासूम बच्ची को जहरीले सांप ने काट लिया था। बच्ची अपने घर में टीवी देख रही थी इसी दौरान सांप ने उसे डंस लिया। परिजन आनन-फानन में बच्ची को इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने बच्ची को देखने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची के पिता अभिषेक सिंह ने अस्पताल प्रशासन ने बच्ची के शव को घर ले जाने के लिए एम्बुलेंस की मांग करते रह गए लेकिन उन्हें एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं कराया गया।


लाचार पिता मासूम बच्ची के शव को लेकर घंटों अस्पताल में चक्कर काटता रहा, लेकिन बीमार हो चुके सरकारी तंत्र उसे एक अदद एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं करा सका। मासूम बच्ची के शव को कंधे पर टांग पिता अस्पताल के एक कोने से दूसरे कोने तक एम्बुलेंस या गाडी के लिए मदद मांगता रहा, लेकिन स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों ने बच्चे की मौत के बाद अपना पल्ला झाड़ लिया और बच्ची को प्राइवेट एम्बुलेंस से लेकर जाने की सलाह दे दी। खुद बीमार हो चुके बिहार के स्वास्थ महकमें को एक पिता की बेबसी नजर नहीं आई।


संवेदनहीनता की इन तस्वीरों को लेकर जब जिले के सिविल सर्जन से सवाल हुआ तो बड़े साहब पहले तो चौंके लेकिन फिर उसी लापरवाह सिस्टम को नजरअंदाज कहते हुए कह दिया कि हमें तो पता ही नहीं, हम तो अपने ऑफिस में बैठे ही रहते है.. किसी ने बताया नहीं। बता दें कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव पिछले दिनों पटना के एनएमसीएच अस्पताल पहुंचे थे और वहां व्याप्त कुव्यवस्था को लेकर NMCH के मेडिकल सुपरिटेंडेंट को सस्पेंड कर दिया था। तेजस्वी के इस एक्शन पर IMA ने सवाल उठा दिया है और मामले को कोर्ट में ले जाने की चेतावनी दे दी है।