PATNA : बिहार में मानसून की बेरुखी के कारण सबसे ज्यादा नुक्सान किसानों को हुआ है। बारिश की कमी की वजह से धान की रोपनी भी नहीं हो पा रही है। इसी कड़ी में अब आरजेडी नेता और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव किसानों के मसीहा बन गए हैं। यादव ने किसानों से मुलाक़ात कर उनकी समस्या जानने पहुंचे। इस दौरान तेजस्वी ने कहा है कि राज्य भर में खेती-किसानी का संकट है। लोग पलायन करने पर मजबूर हो गए हैं।
तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीटर अकाउंट के माध्यम से ये जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है, किसानों से संवाद कर उनकी समस्याओं को जाना। बिहार के 35 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। प्रदेश के 62% से अधिक सरकारी नलकूप खराब है। राज्य भर में खेती-किसानी का संकट है। लोग पलायन कर रहे है। सूखे के कारण कहीं धान रोपनी में देरी है तो कहीं खेतो में ही धान के बिचड़े सूखने लगे है। साथ ही तेजस्वी ने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि किसानों को डीजल अनुदान मिल नहीं रहा है। डबल इंजन सरकार किसानों की समस्या पर अविलंब ध्यान दें।
दरअसल,बारिश की कमी से फसलों को क्षति होने की आशंका बढ़ गई है। यदि आने वाले कुछ दिनों में तेज़ बारिश नहीं हुई तो खेतीबारी के लिए गंभीर समस्या सामने आ सकती है। बिहार में खेती का ज्यादातर हिस्सा मानसून की बारिश पर निर्भर करता है, ऐसे में अच्छी बारिश नहीं होने से खेतीबारी के काम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के आसार हैं। इसी बीच अब तेजस्वी यादव किसानो के साथ संवाद कर उनकी समस्या जानने पहुंच गए हैं। उन्होंने बिहार की खेती पर संकट बताया है।