मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 04 Sep 2024 08:36:13 AM IST
- फ़ोटो
BHAGALPUR : बिहार की पुलिस हमेशा अपनी हरकतों को लेकर सुर्ख़ियों में बनी रहती है। ऐसे में अब एक ताजा मामला राजधानी पटना से जुड़ा हुआ निकल कर सामने आया है। जहां निजी वाहन खासकर ऑटो से अभियुक्तों को कोर्ट और फिर जेल ले जाना एक बार फिर पुलिस को महंगा पड़ गया। बिहार के भागलपुर जिले में विशेष केंद्रीय कारा के गेट के पास से ही पुराने कांड का अभियुक्त और कोर्ट का वारंटी विकेश कुमार पुलिस को चकमा देकर भाग निकला।
वहीं, वारंटी के भाग निकलने की घटना को लेकर सबौर थाना के सिपाही मुकेश कुमार महतो के बयान पर तिलकामांझी थाना में केस दर्ज किया गया है। इससे पहले भी ऑटो से अभियुक्त के भागने की घटना हो चुकी है। घटना को लेकर केस दर्ज कराने वाले सिपाही मुकेश कुमार ने थाने में दिए आवेदन में बताया है कि लैलख के रहने वाले वारंटी को गिरफ्तार करने के बाद एडीजे की अदालत में प्रस्तुत किया गया।
वहां पर प्रक्रिया पूरी होने और कोर्ट का आदेश मिलने के बाद वारंटी को कैंप जेल पहुंचाने को निकले। जेल पहुंचने के बाद पता चला कि वारंटी की मेडिकल जांच रिपोर्ट नहीं है। उसके बाद फिर उसे ऑटो में बिठाकर न्यायालय आए और वहां जमा किए गए मेडिकल जांच रिपोर्ट की कॉपी लेकर दोबारा अभियुक्त को लेकर जेल पहुंचाने जा रहे थे। जेल गेट के पास ब्रेकर पर ऑटो की रफ्तार कम होते ही अभियुक्त भाग निकला। उसे पकड़ने की कोशिश हुई पर वह भागने में सफल रहा।
उधर, वारंटी के पुलिस अभिरक्षा से भागने के बाद कई सवाल उठे हैं। जब वारंटी को हथकड़ी लगाई गई थी तो क्या उसकी जांच नहीं की गई वह ठीक से लगी है या नहीं। हाथ से जब वह हथकड़ी निकाल रहा था तो पुलिसकर्मी की नजर उसपर क्यों नहीं पड़ी। इसके अलावा एक सवाल यह भी बन रहा है कि अभियुक्त को हमेशा सीट पर बीच में बिठाया जाता है और उसके दोनों तरफ पुलिस वाले होते हैं। ऐसे में सवाल है कि वारंटी को क्या साइड में बिठाया गया था। अगर वह बीच में बैठा था तो पुलिसकर्मी के आगे से निकलकर ऑटो से कैसे भाग सकता है।