PATNA : केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शास्वत के खिलाफ नीतीश सरकार सख्त हो गई है. भागलपुर में हिंसा भड़काने के मामले में अर्जित शास्वत के खिलाफ जल्द ही चार्जशीट दाखिल किया जाएगा. गृह विभाग ने भागलपुर पुलिस को अर्जित शास्वत के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति दे दी है . अश्विनी चौबे के बेटे के खिलाफ हिंसा भड़काने का मुकदमा चलेगा.
साल 2018 में भागलपुर के अंदर हिंसा की घटनाएं हुई थी, तब अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शास्वत पर यह आरोप लगा था कि उन्होंने हिंसा भड़काई। हिंसा भड़काने के मामले में अर्जित कई दिनों तक फरार भी रहे. आखिरकार एक नाटकीय घटनाक्रम में उनकी गिरफ्तारी पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर से की गई थी. तब अर्जित ने कहा था कि उन्होंने पुलिस के सामने सरेंडर किया है, जबकि पुलिस अर्जित को गिरफ्तार करने का दावा करती रही.
लगभग 2 साल तक अर्जित शास्वत के खिलाफ मामला ठंडे बस्ते में पड़ा रहा, लेकिन अब इस मामले में गृह विभाग ने मुकदमा चलाने के लिए भागलपुर पुलिस को मंजूरी दे दी है. भागलपुर के एसएसपी आशीष भारती ने कहा है कि नाथ नगर थाने में 17 मार्च 2018 को एक केस दर्ज किया गया था, जिसमें अर्जित शास्वत समेत नौ लोगों को हिंसा भड़काने के मामले में आरोपी बनाया गया था. अर्जित शास्वत भागलपुर विधानसभा से बीजेपी के टिकट पर पिछला चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि उन्हें अजीत शर्मा के खिलाफ हार का मुंह देखना पड़ा था. विधानसभा चुनाव में अर्जित को एक बार फिर से दावेदार माना जा रहा है, लेकिन उनके खिलाफ हिंसा भड़काने का जो केस दर्ज है उससे अर्जित की मुश्किलें बढ़ सकती है