PATNA: नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच बीजेपी सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने जेडीयू सांसद ललन सिंह समेत उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने वाले सभी सांसदों से इस्तीफे की मांग की थी। सुशील मोदी की इस मांग भड़के ललन सिंह ने उन्हें आड़े हाथ लिया है। ललन सिंह ने कहा है कि सुशील मोदी खुद की चिंता करें। उन्होंने कहा कि उनकी तरह किसी की कृपा से लोकसभा में नहीं पहुंचे हैं बल्कि मुंगेर की जनता ने चुनकर संसद में भेजने का काम किया है, अगर इस्तीफा मांगना ही है तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांगे, जिसने दलित और आदिवासी समाज को अपमानित करने का काम किया है।
ललन सिंह ने कहा है कि उन्हें सुशील मोदी ने चुनकर संसद नहीं भेजा है बल्कि मुंगेर की जनता ने उन्हें लोकसभा में भेजने का काम किया है। उन्होंने कहा कि सुशील मोदी राज्यसभा के सदस्य हैं, एक बार चुनाव जीते हैं, किसकी कृपा से चुनाव जीते यह सभी को पता है। इस्तीफा मांगकर सुशील मोदी खुद को 2024 में सुरक्षित करना चाह रहे हैं। ललन सिंह ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि सुशील मोदी बहुत ही आक्रामक ढ़ंग से उनका का पक्ष रख रहे हैं तो 2024 में उनको जरूर से रिन्यूवल कर दिया जाए।
उन्होंने कहा कि सुशील मोदी अपना भविष्य देखें हमारी चिंता करना छोड़ दें। जनता ने चुनकर लोकसभा भेजा है और मुंगेर की जनता का जबतक आशीर्वाद रहेगा तबतक सुशील मोदी जैसे लोगों की चिंता हम नहीं करते हैं। इस्तीफा अगर किसी को देना है तो वह देश के प्रधानमंत्री को देना चाहिए। अगर इस्तीफा नहीं दे सकते हैं तो देश के दलित समुदाय, आदिवासी समुदाय और इस देश की महिलाओं से प्रधानमंत्री को माफी मांगना चाहिए। नए संसद भवन क शिलान्यास दलित समाज के राष्ट्रपति से नहीं करा खुद कर दिए। जब दलित समाज की महिला को देश का राष्ट्रपति बनाया तो खूब पीठ थपथपा रहे थे और जब उनका उद्घाटन करने का अधिकार था उन्हें उससे वंचित कर खुद चले आए उद्घाटन करने।
जेडीयू सांसद ने कहा कि हमारी पार्टी और पार्टी के नेता नीतीश कुमार दलित और आदिवासी समुदाय का सम्मान करते हैं। सम्राट चौधरी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी के छुटभैये नेता विधानसभा जाकर नाटक कर रहे हैं, उन्हें पता ही नहीं है कि सीएम ने विधानसभा का नहीं बल्कि विस्तारित भवन का उद्घाटन किया था। ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश का इतिहास समाप्त कर सभी चीजों को अपने नाम करना चाह रहे हैं लेकिन देश की जनता सब देख रही है और समय आने पर जवाब देगी।