ब्रेकिंग न्यूज़

Patna Crime News: रईसजादों के निशाने पर पटना पुलिस, थार के बाद अब क्रेटा से पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश Patna Crime News: रईसजादों के निशाने पर पटना पुलिस, थार के बाद अब क्रेटा से पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश नवादा में शराब से भरी इनोवा जब्त, दो होमगार्ड गिरफ्तार, शराब तस्करी में संलिप्तता उजागर Bihar Ias Transfer: नीतीश सरकार ने कई वरिष्ठ IAS अफसरों का किया ट्रांसफर, दिया अतिरिक्त प्रभार, जानें.... Bihar Crime News: मोकामा गोलीकांड के आरोपी गैंगस्टर सोनू को हाई कोर्ट से मिली बेल, अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर की थी कई राउंड फायरिंग Bihar Crime News: मोकामा गोलीकांड के आरोपी गैंगस्टर सोनू को हाई कोर्ट से मिली बेल, अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर की थी कई राउंड फायरिंग Literacy Rate: यह राज्य बना देश का तीसरा पूर्ण साक्षर स्टेट, 95.6% साक्षरता दर के साथ रचा इतिहास; जानिए.. यूपी-बिहार का हाल Literacy Rate: यह राज्य बना देश का तीसरा पूर्ण साक्षर स्टेट, 95.6% साक्षरता दर के साथ रचा इतिहास; जानिए.. यूपी-बिहार का हाल मधुबनी में बस और नींबू लदे ट्रक से विदेशी शराब की बड़ी खेप बरामद, पांच तस्कर गिरफ्तार Malik Trailer: राजकुमार राव की फिल्म 'मालिक' का ट्रेलर रिलीज, इस दिन सिनेमाघरों में दिखेगी दमदार मूवी

आनंद मोहन को सरकार के तरफ से नहीं दी गई कोई छुट, बोले चीफ सेक्रेटरी ... सजा पूरी करने के बाद आए बाहर

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 27 Apr 2023 01:10:48 PM IST

आनंद मोहन को सरकार के तरफ से नहीं दी गई कोई छुट, बोले चीफ सेक्रेटरी ... सजा पूरी करने के बाद आए बाहर

- फ़ोटो

PATNA : बिहार के पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन को आज जेल से रिहा कर दिया गया है। इसको लेकर जेल मैनुअल में बदलाव किया गया है। इस बदलाव के तहत ‘काम पर तैनात सरकारी सेवक की हत्या’ अंश को हटा दिया गया। इसी से आनंद मोहन या उनके जैसे अन्य कैदियों की रिहाई का रास्ता साफ हुआ है। वहीं, अब इस पूरे मामले को लेकर बिहार में मुख्य सचिव ने सभी चीजों पर सरकार का पक्ष रखा है। 


बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबाहानी ने कहा कि, किसी को कोई छुट नहीं दिया गया है। इसको लेकर जो भी आपतियां जताई जा रही है उसकी गुंजाइश बनती नहीं है। जो नियम था या है उसमें कहीं भी आईएस को लेकर कुछ भी निर्देश नहीं दिया गया है। बल्कि लोकसेवक को लेकर कुछ बदलाव किए गए हैं और लोकसेवक एक छोटा कर्मचारी से लेकर बड़े अस्तर के अधिकारी होते हैं।  इसलिए आईएस के तरफ से इसका विरोध जताना उचित नहीं हो सकता। 


इसके आगे उन्होंने कहा कि, आनंद मोहन की रिहाई को लेकर इतनी बातें कहीं जा रही है तो फिर यह बता दूं कि, आनंद मोहन ने 15 वर्ष 9 माह 25 दिन की सजा की अवधि पूरी कर ली थी। इस लिए उनको छोड़ा गया न की सरकार के तरफ से उन्हें कोई राहत दी गई है। इसलिए किसी तरह से कोई विरोध की गुंजाइश नहीं है।