आनंद मोहन की रिहाई सत्ता में लालू की एंट्री का नतीजा: सम्राट का तीखा हमला, बोले- गुंडों की सरकार बनाना चाह रहे नीतीश

आनंद मोहन की रिहाई सत्ता में लालू की एंट्री का नतीजा: सम्राट का तीखा हमला, बोले- गुंडों की सरकार बनाना चाह रहे नीतीश

PATNA: गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया हत्याकांड में उमक्रैद की सजा पाए पूर्व सांसद आनंद मोहन की जेल से रिहाई हो गई है। नीतीश सरकार के इस फैसले के खिलाफ जी. कृष्णैया की पत्नी उषा कृष्णैया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के लिए हामी भर दी है। इधर, सरकार के इस फैसले पर बीजेपी लगातार आपत्ति जता रही है। आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने एक बार फिर लालू-नीतीश पर जोरदार हमला बोला है।


सम्राट चौधरी ने कहा है कि बिहार की सत्ता में लालू प्रसाद की एंट्री का असर दिखने लगा है। पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई भी उसी का नतीजा है। नीतीश कुमार बिहार में गुंडों की सरकार बनाना चाहते हैं। राज्य में सुशासन को खत्म करने की कोशिश की जा रही है। बिहार में जब लालू का जलवा चलेगा तो बाहुबली, बालू माफिया, शराब माफिया, अपराधी दिखेंगे, इसमें कोई नई बात नहीं है। इस बात को सभी लोग जान रहे हैं कि लालू के समर्थन से जो सरकार चलेगी, वह माफिया की सरकार होगी। 


उन्होंने कहा है कि अपराधियों की बदौलत कोई भी सरकार नहीं चल सकती है। किसी भी कीमत पर एक भी अपराधी जेल से नहीं छूटना चाहिए। अपराध और अपराधियों का बीजेपी हमेशा से खिलाफत करती रही है, इसपर किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जा सकता है। नीतीश कुमार डमी मुख्यमंत्री हो गए हैं और सरकार में सुपर सीएम लालू प्रसाद की एंट्री हो गई है। ऐसे में अपराधी समीकरण, एमवाई समीकरण समेत अन्य तरह के समीकरण बनाएं जाएंगे। बिहार की राजनीति में जब लालू की एंट्री हो गई है तो नीतीश कुमार का कोई औचित्य नहीं रह गया है। 


वहीं नीतीश के नालंदा से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा पर सम्राट ने कहा कि नीतीश कुमार ये सब माया जाल बुनते रहते हैं लेकिन वे कुछ भी कर लें उनका खाता नहीं खुलने वाला है। सम्राट ने माना कि नीतीश कुमार को बिहार की जनता ने लंबे समय तक मुख्यमंत्री बनाकर रखा लेकिन 2013 के बाद से वे सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं। नीतीश का बिहार में अब कोई वोट बैंक नहीं है और लालू प्रसाद की दया से वे चुनाव नहीं जीत सकेंगे।