PATNA: गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णेया हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट चुके पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई हो गई है। राज्य सरकार की तरफ से इसको लेकर नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। इसी बीच आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। यूपी की पूर्व सीएम मायावती समेत अन्य लोगों ने आनंद मोहन की रिहाई पर आपत्ति जताई थी। आनंद मोहन की रिहाई पर हो रही सियासत को लेकर जेडीयू ने बीजेपी पर हमला बोला है और मायावती को बीजेपी की बी टीम बताया है।
जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ट्वीट कर बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है और कहा है कि बीजेपी अपनी बी टीम के जरिए पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई का विरोध करवा रही है। ललन सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि, “आनंद मोहन की रिहाई पर अब भाजपा खुलकर आई है। पहले तो यूपी की अपनी बी टीम से विरोध करवा रही थी। बीजेपी को यह पता होना चाहिए कि नीतीश कुमार के सुशासन में आम व्यक्ति और खास व्यक्ति में कोई अंतर नही किया जाता है।“
ललन सिंह आगे लिखते हैं, “आनंद मोहन ने पूरी सजा काट ली और जो छूट किसी भी सजायाफ्ता को मिलती है वह छूट उन्हें नहीं मिल पा रही थी क्योंकि खास लोगों के लिए नियम में प्रावधान किया हुआ था। नीतीश कुमार ने आम और खास के अंतर को समाप्त किया और एकरूपता लाई तब उनकी रिहाई का रास्ता प्रशस्त हुआ। अब भाजपाइयों के पेट में न जाने दर्द क्यों होने लगा है....! भाजपा का सिद्धांत ही है विरोधियों पर पालतू तोतों को लगाना, अपनों को बचाना और विरोधियों को फंसाना... वहीं नीतीश कुमार के सुशासन में न तो किसी को फंसाया जाता है न ही किसी को बचाया जाता है।“