ब्रेकिंग न्यूज़

Tej Pratap Yadav: "अंधेरा जितना गहरा होगा, सुबह उतनी ही नजदीक होगी", लालू यादव की तस्वीर संग तेज प्रताप ने फिर साझा किया भावुक पोस्ट Bihar Heatwave: 32 जिलों में हीट वेव को लेकर चेतावनी, पारा 42° पार; इस दिन मानसून देगा दस्तक बिहार विधानसभा चुनाव 2025: HAM की 243 सीटों पर तैयारी, मंत्री संतोष सुमन बोले..NDA की होगी भारी जीत BIHAR: जमुई में वंदे भारत ट्रेन से कटकर युवक की मौत, 10 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा शव मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम पद नहीं मांगा, बल्कि 2015 में नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई थी: जन सुराज के महासचिव ने जेडीयू MLC को दिया करारा जवाब Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात

आनंद मोहन की रिहाई पर सियासत: मायावती BJP की बी टीम, ललन सिंह ने बताया.. भाजपाइयों के पेट में क्यों हो रहा दर्द!

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 25 Apr 2023 10:29:07 AM IST

आनंद मोहन की रिहाई पर सियासत: मायावती BJP की बी टीम, ललन सिंह ने बताया.. भाजपाइयों के पेट में क्यों हो रहा दर्द!

- फ़ोटो

PATNA: गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णेया हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट चुके पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई हो गई है। राज्य सरकार की तरफ से इसको लेकर नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। इसी बीच आनंद मोहन की रिहाई को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है। यूपी की पूर्व सीएम मायावती समेत अन्य लोगों ने आनंद मोहन की रिहाई पर आपत्ति जताई थी। आनंद मोहन की रिहाई पर हो रही सियासत को लेकर जेडीयू ने बीजेपी पर हमला बोला है और मायावती को बीजेपी की बी टीम बताया है।


जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने ट्वीट कर बीजेपी पर जोरदार हमला बोला है और कहा है कि बीजेपी अपनी बी टीम के जरिए पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई का विरोध करवा रही है। ललन सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि, “आनंद मोहन की रिहाई पर अब भाजपा खुलकर आई है। पहले तो यूपी की अपनी बी टीम से विरोध करवा रही थी। बीजेपी को यह पता होना चाहिए कि नीतीश कुमार के सुशासन में आम व्यक्ति और खास व्यक्ति में कोई अंतर नही किया जाता है।“


ललन सिंह आगे लिखते हैं, “आनंद मोहन ने पूरी सजा काट ली और जो छूट किसी भी सजायाफ्ता को मिलती है वह छूट उन्हें नहीं मिल पा रही थी क्योंकि खास लोगों के लिए नियम में प्रावधान किया हुआ था। नीतीश कुमार ने आम और खास के अंतर को समाप्त किया और एकरूपता लाई तब उनकी रिहाई का रास्ता प्रशस्त हुआ। अब भाजपाइयों के पेट में न जाने दर्द क्यों होने लगा है....! भाजपा का सिद्धांत ही है विरोधियों पर पालतू तोतों को लगाना, अपनों को बचाना और विरोधियों को फंसाना... वहीं नीतीश कुमार के सुशासन में न तो किसी को फंसाया जाता है न ही किसी को बचाया जाता है।“