Cheteshwar pujara : चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट से लिया संन्यास, 20 साल का रहा करियर BIHAR CRIME : बिहार में बेख़ौफ़ हुए अपराधी ! जदयू नेता पर चलाई गोली, ग्रामीणों में आक्रोश Bigg Boss 19: सलमान खान के बिग बॉस 19 का आज से आगाज, जानें... कब और कहां देखेंगे शो? SIR मामले में ECI 12 पार्टियों को भेजेगा नोटिस, अब हर हाल में करना होगा यह काम Premanand Maharaj: प्रेमानंद महाराज का चुड़ैल ने किया पीछा, दुल्हन समझने की भूल पड़ी भारी; जानिए... उस रात का डरावना सच! Bihar News: बिहार में यहां GRP को मिले बॉडी वार्न कैमरे, अब हर गतिविधि पर होगी पैनी नजर INDIAN RAILWAY : चुनाव से पहले बिहार पर खूब मेहरबान हो रही मोदी सरकार, अब मिलेगा एक और नया उपहार CJI B.R. Gavai: तीसरे नंबर पर था, फिर भी बना CJI... गवई ने छात्रों को दिया सफलता का मंत्र RAOD ACCIDENT : तेज रफ़्तार का कहर, 20 फीट नीचे पानी भरे गड्ढे में गिरी तेज रफ्तार कार; 3 की मौत Bihar Bhumi: जमीन रजिस्ट्री में 2 करोड़ का घपला, 5 महिलाओं ने मिल कर दिया बड़ा कांड; कोर्ट से जारी हुआ आदेश
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 27 Apr 2023 12:07:19 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी, कृष्णैया हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काटने के बाद पूर्व सांसद आनंद मोहन गुरुवार को जेल से रिहा हो गए हालांकि नीतीश सरकार ने जिस तरह से आनन फानन में आनंद मोहन की रिहाई कराई है उसपर सवाल भी खड़े होने लगे हैं। हत्या के दोषी पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई पर जी. कृष्णैया की पत्नी और उनकी बेटी ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के इस फैसले के खिलाफ वे राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग करेंगी।
गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी.कृष्णैया की पत्नी उमा देवी ने आनंत मोहन की रिहाई पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मामले में हस्तक्षेप की मांग करेंगी। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के इस फैसले से अधिकारियों का मनोबल टूटेगा और उन्हें काम करने में मन नहीं लगेगा। आनंद मोहन की रिहाई से जनता में सरकार के प्रति रोष है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर आनंद मोहन चुनाव में खड़ा होते हैं तो कोई भी उन्हें वोट न दे। एक सोची समझी राजनीति के तहत आनंद मोहन को जेल से रिहा किया गया है।
वहीं जी.कृष्णैया की बेटी पद्दमा ने कहा है कि आनंद मोहन की रिहाई उनके लिए काफी दुखद है। नीतीश सरकार को अपने फैसले पर फिर से विचार करना चाहिए। सरकार के इस फैसले से लोगों के बीच गलत मैसेज जा रहा है। पद्दमा ने कहा कि वे इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगी। सरकार का यह फैसला सिर्फ एक परिवार के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए अन्याय के समान है।
बता दें कि साल 1994 के पांच दिसंबर को गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी.कृष्णैया की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। छोटन शुक्ला के शव यात्रा के दौरान उनकी गाड़ी वहां से गुजर रही थी, जिस भीड़ बेकाबू हो गई थी। उस शव यात्रा में आनंद मोहन भी शामिल थे। आरोप है कि आनंद मोहन के उकसाने पर ही भीड़ बेकाबू हुई और जी.कष्णैया की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पटना हाई कोर्ट ने आनंद मोहन को दोषी करार देते हुए साल 2008 में उम्रकैद की सजा सुनाई और अब राजनीतिक लाभ लेने के लिए नीतीश सरकार ने कानून में संसोधन करते हुए पूर्व सांसद आनंद मोहन को जेल से रिहा कर दिया है।