आनंद मोहन की रिहाई के बाद महागठबंधन में घमासान: माले ने कहा सभी दलों की कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाकर सरकार ले फैसले, कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बने

आनंद मोहन की रिहाई के बाद महागठबंधन में घमासान: माले ने कहा सभी दलों की कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाकर सरकार ले फैसले, कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बने

PATNA: डीएम जी. कृष्णैया हत्याकांड के दोषी आनंद मोहन की रिहाई के बाद बिहार के सत्तारूढ़ महागठबंधन में शामिल दलों के बीच घमासान तेज होता नजर आ रहा है. 12 विधायकों वाली पार्टी भाकपा माले ने जेडीयू और राजद से कहा है कि वह सरकार चलाने के लिए कोऑर्डिनेशन कमेटी कमेटी बनायें. महागठबंधन में शामिल सभी पार्टियों की राय से ही फैसले लिये जायें और सरकार चलाने के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बने.


माले विधायक सत्यदेव राम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बिहार में सरकार चलाने के लिए कोऑर्डिनेशन कमेटी बननी चाहिये. सरकार के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बने और अगर सरकार कोई बडा फैसला ले तो हम लोगों से भी विचार-विमर्श करना चाहिये. जब हम गठबंधन के अंग है तो गठबंधन धर्म निभाइये. अभी तक न गठबंधन में शामिल सभी दलों की कोई कमेटी बनी और ना ही कोई साझा कार्यक्रम तैयार हुआ. 


माले विधायक सत्यदेव राम ने कहा कि महागठबंधन में कई और दल भी शामिल थे. उनको सरकार से कई तरह की ख्वाहिशें थीं. नहीं मिला तो वे लोग गठबंधन छोड़ कर चले गये. माले ने सरकार को बाहर से मजबूती के साथ समर्थन दिया है. ऐसे में हम ये अपेक्षा तो रखेंगे ही कि सरकार के बड़े फैसलों में हम से भी राय मशविरा किया जाये. माले ने कहा है वह जल्द ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव औऱ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मिल कर कोऑर्डिनेशन कमेटी और न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने की मांग रखेंगे.


आनंद मोहन की रिहाई से हम दुखी

सत्यदेव राम ने कहा कि दलित तबके से आने वाले डीएम जी.कृष्णैया की हत्या के दोषी आनंद मोहन की रिहाई से हम दुखी है. सामंती और आपराधिक लोगों की जेल से रिहाई हो रही है औऱ दलित-पिछड़े जेल में बंद हैं. माले ने टाडाबंदियों की रिहाई के लिए पहले ही मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया था लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.