मंत्री की कुर्सी जाने से हारे नहीं हैं मुकेश सहनी, बोले.. वंचित समाज कुछ लोगों का खेल समझ गया है

मंत्री की कुर्सी जाने से हारे नहीं हैं मुकेश सहनी, बोले.. वंचित समाज कुछ लोगों का खेल समझ गया है

PATNA : बीजेपी से बैर लेकर मंत्री की कुर्सी गंवाने वाले मुकेश सहनी हार नहीं माने हैं। वीआईपी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने बाबा साहब अंबेडकर की जयंती के मौके पर समाज के कमजोर और दलितों के लिए काम करने और उनके उत्थान पर अपनी पूरी ताकत लगाने का संकल्प लिया है। मुकेश सहनी ने कहा है कि अंबेडकर के विचारों को घर-घर तक पहुंचाने की जरूरत है और इस काम में उनकी पार्टी लगी रहेगी।


वीआईपी प्रमुख ने गुरुवार कहा कि देश के संविधान के शिल्पकार बाबा साहेब अंबेडकर के विचार इस दौर में सबसे ज्यादा प्रासंगिक हैें। उन्होंने कहा कि आज उनके विचारों को घर-घर तक पहुंचाने की जरूरत है। अंबेडकर जयंती के मौके पर सहनी ने बाबा साहब श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज धर्म और जातिवादी मानसिकता वाले राजनीतिक दल बाबा साहेब के संदेशों को मिटाकर एक अलग मानसिकता थोपने को लेकर प्रयास कर रहे हैं। आज जो भी उपेक्षित वर्गों के कल्याण की बात करता है उसे फिर से हाशिये पर डालने की कोशिश की जाती है। 


पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि अब उपेक्षित वर्ग इस खास प्रकार की राजनीति को समझ चुका है। सहनी ने कहा कि आज कई राजनीतिक दल अंबेडकर की जयंती मनाने के नाम पर सियासत करते हैं लेकिन जरूरत है कि उनके विचारों को आत्मसात किया जाए। मुकेश सहनी ने कहा कि बाबा साहेब के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। बाबा साहेब के वंचितों, शोषितों, स्त्रियों को न्याय एवं सम्मान दिलाने के लिए किए गए कार्य उन्हें महानायक बनाते हैं। इस मौके पर वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि स्वतंत्रता और समानता पर आधारित समाज की रचना का सपना लेकर वह आजीवन चले। बाबा साहेब के सपने को पूरा करने का दावा करते हुए कहा कि वीआईपी की नीतियों को गौर किया जाए तो इस पार्टी की नींव ही बाबा साहेब के आदर्शों पर की गई है। देव ज्योति ने कहा कि आज अंबेडकर के संदेशों को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने की जरूरत है।