MUZAFFARPUR: 20 अगस्त से बिहार में जमीन के सर्वे का काम शुरू किया गया है। इस काम के लिए लोग अपने-अपने जमीन का पेपर दुरुस्त कराने के लिए अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई काम नहीं हो पा रहा है। लोगों का कहना है कि बिना पैसे के यहां कोई काम नहीं होता है। अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। जिसके खिलाफ आज समाहरणालय में लोग धरना पर बैठ गये और विरोध प्रदर्शन करने लगे।
मुजफ्फरपुर शहरी क्षेत्र में पड़ने वाला अंचल मुसहरी में ऑनलाइन जमाबंदी में त्रुटि सुधार के लिए लगातार लोगों को कार्यालय का चक्कर काटना पड़ रहा है लेकिन बिचौलियों के आगे सिस्टम काम नहीं कर रहा है। इतना ही नहीं स्थानीय लोगों की माने तो सर्वे सहित कोई ऐसा काम नहीं है जिसमें पैसे का खेल नहीं चल रहा है। जो गरीब किसान है उनकी कुछ नहीं सुनी जाती। सिर्फ दौड़ाया जाता है जिस कारण सैकड़ों महिलाओं और बुजुर्गों के साथ-साथ युवाओं ने मुजफ्फरपुर जिले के डीएम ऑफिस के ठीक सामने समाहरणालय में धरना पर बैठ गये।
धरना पर बैठे लोगों ने कई गंभीर आरोप अंचल कर्मियों पर लगाये। कहा कि अंचल और प्रखंड कार्यालय में नीचे से लेकर ऊपर तक के सभी कर्मी बिचौलियों के चंगुल में हैं और उसी से उगाही कराते हैं। बिचौलियों से आमलोग काफी परेशान हैं। बिना पैसे के अंचल कार्यालय में कोई काम नहीं होता है। राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल कहते हैं गड़बड़ी करने वालों और भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों की सूचना हमें दें उसे हम टंगवा लेंगे। लेकिन उनके इस बयान का भी कोई असर अंचल के कर्मचारियों और पदाधिकारी पर नहीं पड़ रहा है। यहां की जमीनी हकीकत कुछ और ही है अंचल कार्यालय राम भरोसे चल रहा है इसे देखने वाला कोई नहीं है।
इस कारण से परेशान सभी लोग धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। अभी बिहार में जमीन सर्वे का काम हो रहा है इसे लेकर भी लोग परेशान हैं। जब अंचल कार्यालय में कोई काम नहीं हुआ तब लोग धरना पर बैठ गये और प्रदर्शन करने लगे। लोगों का कहना है कि बिना चढ़ावा दिये अंचल कार्यालय में कोई काम नहीं होता है। जो अमीर लोग हैं वो तो पैसा देकर अपना काम करवा ले रहे हैं लेकिन जिनके पास सिर्फ जमीन के अलावे कुछ भी नहीं वो अंचल कार्यालय के बाबूओं का चक्कर लगाकर थक चुके हैं। यदि अंचल कार्यालय की कार्यशैली नहीं बदली तो उनका आंदोलन और तेज होगा।