आस्था के नाम पर अश्लीलता फैलाने की कोशिश, भोजपुरी गानों पर बार-बालाओं ने लगाये ठुमके, क्या यही सांस्कृतिक कार्यक्रम है?

आस्था के नाम पर अश्लीलता फैलाने की कोशिश, भोजपुरी गानों पर बार-बालाओं ने लगाये ठुमके, क्या यही सांस्कृतिक कार्यक्रम है?

SITAMARHI: आस्था के नाम पर अश्लीलता फैलाने का मामला सीतामढ़ी में सामने आया है जहां शैलेश पूजा पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में अश्लीलता परोसी गई। आयोजकों द्वारा बार-बालाओं को बुलाया गया था जिनसे भोजपुरी गानों पर जमकर ठुमके लगवाये गये। इस दौरान मंच पर अश्लील हरकते होती रही। यही नहीं भीड़ द्बारा बार-बालाओं को स्टेज से खींचने की भी कोशिश की गई। रातभर इस तरह का अश्लील डांस प्रोग्राम चलता रहा लेकिन इसकी भनक पुलिस प्रशासन तक को नहीं लगी। यूं कहे की इस मामले में पुलिस बेखबर बनी रही। 


सीतामढ़ी के सोनबरसा स्थित शैलेश स्थान धाम में शैलेश पूजा के मौके पर मेला का आयोजन हुआ। जिसमें भारी संख्या में लोग शामिल हुए। इस मौके पर आयोजकों द्ववारा एक  सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था लेकिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर सिर्फ और सिर्फ अश्लीलता ही परोसी गई। बार-बालाओं का डांस देख रहे लोगों ने मोबाइल में वीडियो बनाया और इसे वायरल कर दिया। जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 


सोनबरसा थाना क्षेत्र के पुरनदाहा राजवाड़ा में आयोजकों ने लोगों के मनोरंजन के लिए बार-बालाओं को बुलवाया था। जहां रातभर भोजपुरी गानों पर बार-बालाओं ने जमकर ठुमके लगाये यही नहीं अश्लील डांस करती बार-बालाओं ने इस दौरान अश्लील इशारे भी करती नजर आई। गंदे इशारों के बाद भीड़ द्वारा बार-बालाओं को स्टेज से खींचने की भी कोशिश की गयी। रात पर भर अश्लीलला फैलाने वाला यह कार्यक्रम चलता रहा लेकिन इस पूरे कार्यक्रम से पुलिस प्रशासन बेखबर बनी रही। 


गौरतलब है कि हर साल शैलेश धाम में पूजा का आयोजन होता है यहां हर साल मेला भी लगता है। इस बार भी शैलेश पूजा के मौके पर मेले काआयोजन किया गया। लेकिन इस बार शैलेश पूजा पर आयोजित कार्यक्रम की चर्चा इलाके में भी जोर शोर हो रही है लेकिन सवाल यह है कि इस तरह के आयोजित कार्यक्रम की भनक पुलिस को क्यों नहीं लगी? बार-बालाओं का अश्लील डांस रातभर चलता रहा और लेकिन इसे रोकने के बजाय पुलिस प्रशासन इससे अनजान बनी रही।