MOTIHARI : लोकसभा चुनाव में बिहार में चुनाव में उतरे एनडीए प्रत्याशियों की हालत अजब है. जनता का गुस्सा देख कर कई प्रत्याशी हर सभा में माफी मांग रहे हैं. लेकिन 6 बार सांसद रह चुके बीजेपी के उम्मीदवार एक कदम आगे निकल गये. वे कह रहे हैं-मैं तो मोदी मंदिर का पुजारी हूं, मेरे से गलती हुई है. लेकिन मेरी गलती की सजा मोदी को मत दीजिये.
राधामोहन सिंह का हाल
ये हाल है बिहार के पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट से बीजेपी के कैंडिडेट राधामोहन सिंह का. राधामोहन सिंह 6 दफे सांसद रह चुके हैं. केंद्र में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. लेकिन इस चुनाव में उन्हें जनता का भारी आक्रोश झेलना पड़ रहा है. लोगों का आऱोप है कि राधामोहन सिंह ने क्षेत्र में कोई काम नहीं किया. लिहाजा उन्हें कई जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ा. जनता के आक्रोश का सामना कर रहे राधामोहन सिंह ने वोट मांगने का अलग तरीका निकाला.
मैं मोदी मंदिर का पुजारी
राधामोहन सिंह ने आज एनडीए कार्यकर्ताओं की मीटिंग में खुद को नेता के बजाय मोदी मंदिर का पुजारी बता दिया. इस मीटिंग में हम पार्टी के नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम जीतन राम मांझी भी मौजूद थे. राधामोहन सिंह ने एनडीए कार्यकर्ताओं से कहा-जैसे आपके गांव के मंदिर में पुजारी होते हैं वैसे ही मैं पुजारी हूं. गांव के मंदिर के पुजारी का काम होता है पूजा करना, लोगों को प्रसाद देना, मंदिर की साफ सफाई करना. मेरा भी काम वैसा ही है.
देवपुरूष हैं मोदी
राधामोहन सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सामान्य इंसान नहीं हैं. 10 साल में वे कभी बीमार नहीं हुए. वे गरीबों के मसीहा हैं. राधामोहन ने कहा-मैं संसद में जाकर मोदी मंदिर का पुजारी बन गया. जैसे आपने गांव के मंदिर का पुजारी होता है वैसे ही मैं मोदी मंदिर का पुजारी हूं.
राधामोहन सिंह ने कहा कि मैं लोगों से पूछना चाहता हूं कि अगर कभी आपके गांव के मंदिर के पुजारी ने भीड़-भाड़ में आपसे ठीक से बात नहीं किया आपकी सेवा नहीं की हो, भीड़-भाड़ में आपने हाथ बढ़ाया हो और उसने प्रसाद नहीं दिया हो. तो क्या आपने अपने गांव के मंदिर को तोड़ देते हैं. वैसे ही आपने मुझे मोदी मंदिर का पुजारी नियुक्त किया. हम से भी गलती हुई होगी. मेरी गलती के कारण मोदी मंदिर को मत तोड़िये.