DESK : देश में पिछले दो महीने से लॉकडाउन है. लोग जहां-तहां फंसे हुए थे. जैसे ही सरकार ने ट्रेन और फ्लाइट्स चलाने की घोषणा की इन लोगों के चेहरे खिल गए. हांलाकी इन लोगों को विशेष सावधानी और होम क्वारंटाइन के नियमों का पालन करने का आदेश है.
लॉकडाउन के दो महीने बाद आज देशभर में घरेलू हवाई उड़ान सेवा शुरू की गई. जिसके बाद देश के शहरों में फंसे लोग अपने अपने घरों तक पहुंचने लगे. इसी बीच एक पांच साल का बच्चा दिल्ली से बेंगलुरु की फ्लाइट में बैठकर अकेले अपनी मां के पास पंहुचा.
दरअसल, पांच साल के इस बच्चे का नाम विवान शर्मा है. जो कुछ दिनों के लिए अपने दादा-दादी के पास गया था. इसी बीच लॉक डाउन हो गया और विवान दिल्ली में ही फंस गया. इतने छोटे बच्चे को अकेले ट्रेवल करने की अनुमति नहीं है, पर स्पेशल कैटगरी के तहत उसे अनुमति दी गई. विवान ने ट्रेवल करने के लिए पूरी सावधानी अपनाई थी. बेंगलुरु एयरपोर्ट पर पहुंची उसकी मां बाहर इंतजार कर रही थी. फ्लाइट लैंड होने के थोड़ी देर बाद फ्लाइट अटेंडेंट ने बच्चे को उसकी मां को सौंपा. मां और बेटे दो महीने बाद एक दूसरे से मिल कर खुश तो बहुत थे पर पूरी सावधानी बरतते हुए उसकी मां ने उसे गले नहीं लगाया.
बता दें कि कर्नाटक सरकार ने घरेलू उड़ानों को लेकर अपने अलग नियम बनाए हैं. जिसमें 6 राज्यों से आने वाले लोगों को 7 दिन इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन और 7 दिन होम क्वॉरन्टीन में रहना होगा. यह राज्य तमिलनाडु, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और दिल्ली हैं. इसके अलावा बाकी राज्यों से आने वाले लोगों को 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा. बच्चों और बुजुर्गों को छूट देते हुए उन्हें होम क्वारंटाइन में रहने की इजाजत दी गई है.