PATNA : फर्स्ट बिहार झारखंड की खबर पर एक बार फिर से मुहर लगी है प्रशांत किशोर ने यह साफ कर दिया है कि बिहार में वह महागठबंधन के लिए एक काम नहीं करेंगे. पीके ने साथ-साथ यह भी साफ कर दिया है कि वह फिलहाल चुनाव को लक्ष्य में रखकर तैयार ही नहीं करने जा रहे हैं. प्रशांत किशोर बिहार में 20 फरवरी से अपने नए अभियान की शुरुआत करेंगे. वह बिहार की बात नाम से एक कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं. प्रशांत किशोर ने कहा है कि सोशल मीडिया सिखाने वाले लोग बिहारी हैं गुजरात को अगर किसी ने सोशल मीडिया की ताकत बताई तो वह एक बिहारी था.
विकास के लिए करना चाहते हैं काम
प्रशांत किशोर ने कहा है कि वह बिहार के विकास के लिए काम करना चाहते हैं अगर उनकी तरफ से तैयार किए गए संगठन को नीतीश कुमार या सुशील मोदी भी आकर ज्वाइन करना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. पीके ने कहा कि जो भी प्रशासनिक अधिकारी या अच्छे लोग बिहार के हित में काम करना चाहते हैं वह आकर इस संगठन को लीड कर सकते हैं.
लालू को गाली देना बंद करें नीतीश
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में विधायकों की औसत उम्र 40 से 45 साल होनी चाहिए. नीतीश कुमार और लालू को गाली देना बंद करें. 15 सालों तक बिहार में काम कर चुके हैं और अब पिछली सरकारों के किए गए कामों से तुलना की बदौलत वह बिहार में नहीं चला सकते.
किसी से नहीं दिया पैसा
खुद को व्यावसायिक बताए जाने पर प्रशांत किशोर ने कहा है कि अगर किसी ने मुझे 1रुपए भी दिया है तो वह इसका सबूत लेकर सामने आए उन्होंने कहा है कि वह बीजेपी से लेकर नीतीश कुमार के लिए काम कर चुके हैं लेकिन कोई भी एक रुपए देने क्या सबूत नहीं दे सकता. प्रशांत ने कहा कि नीतीश कुमार में नेतृत्व की क्षमता है वह अभी भी विजन देकर बिहार का विकास कर सकते हैं लेकिन उन्हें पिछलग्गू बनने की राजनीति छोड़नी होगी.