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1st Bihar Published by: JITENDRA Updated Thu, 08 Apr 2021 11:46:22 AM IST
BEGUSARAI: कोरोना की दूसरी लहर से लोगों को बचाने के लिए कोरोना की जांच और वैक्सीनेशन में तेजी लाई गयी है साथ ही साथ प्रोटोकॉल का पालन भी कराया जा रहा है। इसे लेकर सरकार और जिला प्रशासन भी लगातार कार्रवाई कर रही है। लेकिन लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारी इस वैश्विक महामारी को लेकर जारी आदेश को भी नजरअंदाज कर रहे हैं। जिसके कारण बड़ी कार्रवाई करते हुए बेगूसराय के सभी 18 प्रखंड के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के वेतन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी गई है और उनसे स्पष्टीकरण की मांग की गयी है।
बेगूसराय के सभी 18 प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं होने पर सभी के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण ने बताया कि कोविड-19 के टीकाकरण से संबंधित प्रतिवेदन दो प्रपत्र में प्रत्येक दिन शाम चार बजे तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया था। लेकिन किसी भी प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी ने अधूरा प्रतिवेदन भेजा। जिसके कारण जिलाधिकारी द्वारा समीक्षा के दौरान लक्ष्य के अनुरूप कोविड-19 का टीकाकरण नहीं होने के कारण चिंता व्यक्त की गई। इसके बाद भी सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को इसके लिए रिमाइंडर भी किया गया लेकिन किसी ने भी इस महत्वपूर्ण कार्य को गंभीरता से नहीं लिया।
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