10 साल के बच्चे ने दुनिया में बिहार का लोहा मनवाया, कराटे में देश-विदेश में जीते 20 मेडल; ओलंपिक खेलने का है सपना

10 साल के बच्चे ने दुनिया में बिहार का लोहा मनवाया, कराटे में देश-विदेश में जीते 20 मेडल; ओलंपिक खेलने का है सपना

PATNA : बिहार हमेशा से अनोखी प्रतिभा का धनी रहा है। यहां हर क्षेत्र में कोई न कोई ऐसा निकल ही जाता है और अपनी काबिलियत के दम पर दुनिया को अपनी लोहा मनवा कर ही रहता है। ऐसे में आज हम एक बच्चे की कहानी बताने जा रहे हैं जो अपनी कम उम्र में ही बड़े -बड़े अवार्ड को अपनी झोली में डाल चूका है। इसके बाद अब इसकी काफी तारीफ़ हो रही है। 


दरअसल, आज हम बताने वाले हैं 10 साल की उम्र के उभरते कराटेबाज खिलाड़ी प्रीत गंधर्व के बारे में, सबसे बड़ी बात है कि इन्होंने इसी उम्र में अपना लक्ष्य  तय कर लिया है। इनका ध्येय है ओलंपिक में भारत के लिए पदक जीतना। प्रीत साल 2022 में 8 वर्ष की उम्र में ही  कराटा सीखना शुरू किया। इसमें इनके परिवार का भी काफी समर्थन मिला औरजमकर ट्रेनिंग दिलवानी। उसके बाद अब वह जहां जाते हैं मेडल लाते हैं। 


वहीं,प्रीत ने फर्स्ट बिहार से बातचीत करते हुए कहा कि हाल में ही  8th इंटरनेशनल कराटे चैंपियनशिप का आयोजन कोलकाता में हुआ था जिसमें उसने गोल्ड जीता है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसने चार गोल्ड और एक सिल्वर पदक जीता है। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर पर 7 पदक है और बाकी राज्य स्तरीय पदक है। 


प्रीत ने बताया कि कराटे के अलावा जब उनके पास समय होता है तो फिर खाली समय में वह पढ़ाई करता है। उसे किताबें पढ़ना बहुत अच्छा लगता है और केंद्रीय विद्यालय में वह पांचवी कक्षा में पढ़ाई करता है। जब भी मेडल लेकर आता है तो स्कूल में भी उसे प्रिंसिपल प्रोत्साहित करते हैं। पढ़ने के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं। 


इसके अलावा प्रीत ने यह भी बताया कि उसके पिता उसे काफी प्रमोट करते हैं और जब भी टूर्नामेंट खेलने बाहर जाते हैं तो कहते हैं गोल्ड लेकर आओ जो मांगोगे मिलेगा। कराटे की प्रैक्टिस में कई बार चोट भी लगती है लेकिन यह चोट उसे और बेहतर करने के लिए प्रेरित करती है। उसके कराटे के गुरु उसे बेहतर सीखाते हैं, और यही परिणाम है कि आज इतने मेडल हाथों में है। 


उधर, प्रीत के गुरु गौतम कुमार ने बताया कि 2 साल पहले जब प्रीत कराटा सिखाने आया तो कुछ ही दिनों में पता चल गया कि इस लड़के में बहुत खूबी है। इसके हाथ पांव के मूवमेंट बहुत शानदार थे और सीखने की क्षमता उतनी ही तेज है। प्रीत कराटे में B-4 लेवल तक चला गया है. एक इंटरनेशनल टूर्नामेंट हाल में कोलकाता से जीतकर पटना आया है और अब अक्टूबर में होने वाले ओपन थाई कप कराटे चैंपियनशिप की तैयारी शुरू कर दी है।  बैंकॉक में यह टूर्नामेंट होगा और इसके सिलेक्शन के लिए तैयारी शुरू है।