ब्रेकिंग न्यूज़

Virat Kohli : विराट कोहली ने बता दिया अपना अगला बड़ा कदम, उत्साहित फैंस बोले “ये हुई ना शेरों वाली बात” Bihar News: गर्मी बढ़ने के साथ ही बिहार में अगलगी की घटनाएं बढ़ी, भीषण आग लगने से 15 घर जलकर राख; लाखों की संपत्ति स्वाहा Bihar Crime : लूट के लिए अब नए तरीके अपना रहे शातिर अपराधी, इस जिले में एक ही तरीके से हुए 10 कांड, पुलिस महकमे में हड़कंप सावधान: पटना के ऐसे डेवलपर्स पुलिस को दे रहे खुली चुनौती, रेरा को दिखा रहे ठेंगा और ग्राहकों को दे रहे धोखा... Bihar News: बिहार के इस SDO साहब पर 'भ्रष्टाचार' साबित, अकूत संपत्ति छुपाने के लिए तरह-तरह के तर्क दिए...बेटे की पढ़ाई के दौरान ट्यूशन पढ़ाकर 18 लाख कमाई करने, और भी बहुत कुछ कहा पर.. Bihar Politics : अमित शाह का मजाक उड़ाना तेजस्वी को पड़ा भारी, ललन सिंह ने उसी भाषा में दिया जवाब तो राजद समर्थकों की हुई बोलती बंद Bihar News : घूसखोर दारोगा को बचाने के लिए पुलिस ने किया बड़ा खेल, अवैध शराब और बालू माफियाओं से जुड़ा है मामला India Post : पोस्ट ऑफिस में जमा करते हैं पैसे तो हो जाएं सावधान, डाक विभाग ने बंद किए 50 हजार से अधिक खाते IAS-IPS Networth: DGP से अधिक पैसे वाले हैं पटना SSP अवकाश कुमार, ADG कुंदन कृष्णन के पास करोड़ों का फ़्लैट, जानिए पुलिस अधिकारियों की संपत्ति Bihar IAS News: ACS एस. सिद्धार्थ समेत इस साल रिटायर होने वाले हैं बिहार के यह 5 बड़े IAS अधिकारी, यहां पढ़ें नाम समेत पूरी खबर

Chanakya Niti : ऐसे करें चीजों और लोगों की सही परख, आचार्य चाणक्य का यह अनमोल ज्ञान बना देगा आपके जीवन को बेहद आसान

Chanakya Niti : क्या आपने कभी सोचा कि किसी भी चीज की सही परख का तरीका क्या है? आइए, चाणक्य नीति के एक खास श्लोक के जरिए इस सवाल का जवाब तलाशते हैं।

Chanakya Niti

30-Mar-2025 09:35 AM

Chanakya Niti : कहते हैं कि किसी इंसान की असली पहचान उसके गुणों से होती है, न कि उसकी बाहरी चमक-दमक से। इस बात को गहराई से समझाने वाले महान कूटनीतिज्ञ और विद्वान आचार्य चाणक्य आज भी अपनी बुद्धिमानी और दूरदर्शिता के लिए जाने जाते हैं। उनकी लिखी चाणक्य नीति जीवन के हर पहलू को बेहतर बनाने का रास्ता दिखाती है। चाहे बात निजी जीवन की हो या सामाजिक रिश्तों की, चाणक्य के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि किसी भी चीज की सही परख का तरीका क्या है? आइए, चाणक्य नीति के एक खास श्लोक के जरिए इस सवाल का जवाब तलाशते हैं।


गुणों से करें हर चीज की पहचान

चाणक्य नीति के प्रथम अध्याय के सोलहवें श्लोक में आचार्य चाणक्य कहते हैं:

"नीचादप्युत्तमां विद्यां स्त्रीरत्नं दुष्कुलादपि।"

इसका मतलब है कि जहर में से भी अमृत निकाल लेना चाहिए और गंदगी में पड़ा सोना भी उठा लेना चाहिए। इसी तरह, अगर कोई नीच व्यक्ति से भी उत्तम विद्या मिले तो उसे ग्रहण कर लेना चाहिए, और यदि कोई गुणी स्त्री निम्न कुल से हो तो उसे भी अपनाने में संकोच नहीं करना चाहिए।

चाणक्य का यह विचार बेहद साफ है - किसी भी चीज की कीमत उसकी बाहरी हालत या उत्पत्ति से नहीं, बल्कि उसके गुणों से तय होती है। जैसे सोना गंदगी में गिर जाए तो भी उसकी चमक और कीमत कम नहीं होती, वैसे ही हमें हर चीज को उसके भीतर छिपे गुणों के आधार पर देखना चाहिए।


स्रोत नहींज्ञान देखें

हमारे जीवन में विद्या का स्थान सबसे ऊपर है। चाणक्य कहते हैं कि अगर कोई ऐसा इंसान, जिसे समाज नीच मानता हो, आपको कुछ सिखा सकता है, तो उससे सीखने में हिचकिचाहट नहीं करनी चाहिए। विद्या की महत्ता इस बात में है कि वह आपके जीवन को संवार सकती है, चाहे वह किसी भी स्रोत से आए। मान लीजिए, कोई अनपढ़ व्यक्ति आपको जिंदगी का कोई ऐसा सबक सिखा दे जो किताबों में न मिले, तो क्या आप उसे ठुकरा देंगे? चाणक्य का जवाब है - नहीं। क्योंकि असली मूल्य उस ज्ञान में है, न कि देने वाले में।


शादी का फैसला, परिवार से ऊपर गुण

शादी जैसा बड़ा फैसला लेते वक्त लोग अक्सर परिवार की हैसियत, रुतबा और सामाजिक स्तर को देखते हैं। लेकिन चाणक्य का नजरिया इससे अलग है। वे कहते हैं कि अगर कोई स्त्री गुणों से भरपूर है - जैसे उसमें समझदारी, धैर्य, और संस्कार हैं, तो उसके परिवार की कमजोरी को नजरअंदाज किया जा सकता है। एक गुणी स्त्री घर को स्वर्ग बना सकती है, जबकि केवल नामी परिवार से आने वाली स्त्री अगर गुणहीन है तो जीवन में परेशानियां बढ़ा सकती है। चाणक्य का यह विचार आज के दौर में भी हमें सोचने पर मजबूर करता है कि रिश्तों में असली आधार क्या होना चाहिए।


जिंदगी में चाणक्य नीति का असर

चाणक्य नीति हमें सिखाती है कि हमें सतही चीजों से ऊपर उठकर गहराई में जाना चाहिए। सोना गंदगी में हो तो उसे धोकर चमकाया जा सकता है, जहर से अमृत निकाला जा सकता है - ठीक वैसे ही इंसानों और परिस्थितियों को भी उनके गुणों की कसौटी पर परखना चाहिए। यह नजरिया न सिर्फ हमें बेहतर इंसान बनाता है, बल्कि कठिन हालात में भी सही रास्ता चुनने की ताकत देता है।


एक सबक जो हमेशा काम आएगा

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर चीजों को जल्दबाजी में आंक लेते हैं। लेकिन चाणक्य का यह संदेश हमें रुककर सोचने की सलाह देता है। अगली बार जब आप किसी इंसान, चीज या मौके को परखें, तो उसके बाहरी रूप या हालात को नहीं, बल्कि उसके गुणों को देखें। यही वो तरीका है जो चाणक्य नीति हमें सिखाती है, ‘सही परख का रास्ता गुणों से होकर जाता है’।