success story : BPSC से UPSC तक: इसे कहते हैं सफलता, IPS बनी गांव की बेटी; जानिए क्या है इनका पूरा प्रोफाइल

गोरखपुर की तनु सिंह ने चौथे प्रयास में UPSC CSE 2022 पास कर IPS अफसर बनीं। उनकी कहानी संघर्ष, मेहनत और आत्मविश्वास से बड़ी सफलता हासिल करने वाले युवाओं के लिए प्रेरणा है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 14 Dec 2025 08:46:49 AM IST

success story : BPSC से UPSC तक: इसे कहते हैं सफलता, IPS बनी गांव की बेटी; जानिए क्या है इनका पूरा प्रोफाइल

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success story : घर से दूर रहकर पढ़ाई करना और मुश्किल हालात में भी अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित रखना हर छात्र के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसे में कुछ लोग कठिन परिस्थितियों को अवसर में बदलते हैं और सफलता की मिसाल पेश करते हैं। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के गौरीबाजार गांव की रहने वाली तनु सिंह (Tanoo Singh) की कहानी भी कुछ ऐसी ही प्रेरणादायक है। उन्होंने लगातार मेहनत, दृढ़ संकल्प और आत्मविश्वास से UPSC सिविल सर्विस एग्जाम को चौथे प्रयास में पास किया और अब वे IPS अफसर बन चुकी हैं।

तनु सिंह की शिक्षा यात्रा भी साधारण नहीं रही। उनके पिता रणजीत सिंह इंडियन आर्मी में नायक रहे और उनकी माता सीमा सिंह गृहिणी हैं। बचपन से ही अनुशासन और कड़ी मेहनत का माहौल घर में रहा। उन्होंने आर्मी पब्लिक स्कूल से अपनी स्कूलिंग पूरी की और फिर बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएशन किया। शिक्षा के प्रति उनकी रुचि और मेहनत ने उन्हें सिविल सेवा की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।

ग्रेजुएशन के बाद तनु ने पटना का रुख किया और सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। शुरुआत में उन्होंने बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) की परीक्षा दी और सफलता पाई। उनका चयन ब्लॉक पंचायती राज अधिकारी के पद पर हुआ। हालांकि, तनु का सपना UPSC सिविल सर्विसेज में सफलता हासिल करने का था।

यूपीएससी की तैयारी आसान नहीं होती। तनु ने पहले तीन प्रयासों में असफलता का सामना किया। नौकरी के साथ तैयारी करना, कठिन प्रतिस्पर्धा और मानसिक दबाव उनके सामने चुनौती बनकर खड़ा हुआ। लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी। अपने चौथे प्रयास के लिए उन्होंने रणनीति बदली और रिवीजन पर विशेष ध्यान दिया। खुद को प्रेरित करने और सकारात्मक मानसिकता बनाए रखने की वजह से उनकी मेहनत रंग लाई।

UPSC CSE 2022 में तनु सिंह ने चौथे प्रयास में सफलता हासिल की। उन्होंने परीक्षा में 540 रैंक प्राप्त की और फाइनल रिजल्ट के बाद IPS अफसर के रूप में अपने करियर की नई शुरुआत की। इस उपलब्धि ने दिखा दिया कि सही दिशा में लगातार प्रयास और आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

तनु अपने पिता को अपना आदर्श मानती हैं। उनका कहना है कि पिता ने कभी उन पर किसी तरह का दबाव नहीं डाला, बल्कि हमेशा भरोसा और समर्थन दिया। इस पारिवारिक समर्थन और उनके खुद के आत्मविश्वास ने उन्हें कठिन दौर से उबरने और अपने सपनों को साकार करने में मदद की।

तनु की कहानी आज के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह साबित करती है कि चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों, अगर मेहनत, अनुशासन और आत्मविश्वास साथ हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। उन्होंने यह भी सिखाया कि असफलता अंतिम परिणाम नहीं होती, बल्कि यह सीखने और खुद को सुधारने का अवसर होती है।

गांव से शहर तक की उनकी यह यात्रा और UPSC जैसी प्रतिस्पर्धी परीक्षा में सफलता पाने की कहानी हर छात्र के लिए उदाहरण है। तनु सिंह ने यह दिखा दिया कि सही योजना, लगन और सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ कोई भी चुनौती पार की जा सकती है। आज वे न केवल एक IPS अफसर हैं, बल्कि उन युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं, जो अपने कठिन हालात के बावजूद बड़े सपनों को सच करना चाहते हैं।इस तरह तनु सिंह की सफलता की कहानी यह संदेश देती है कि मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास से बड़ी से बड़ी चुनौती को भी पार किया जा सकता है और सफलता हासिल की जा सकती है।