BIHAR: हिंदू स्वाभिमान संगठन के कार्यकर्ताओं ने NDA उम्मीदवार को खदेड़ा, दिखाया काला झंडा CBSE Board Exam 2026: CBSE 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम की फाइनल डेटशीट जारी, दो बार होगी दसवीं की परीक्षा CBSE Board Exam 2026: CBSE 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम की फाइनल डेटशीट जारी, दो बार होगी दसवीं की परीक्षा Bihar Politics: ‘14 नवंबर को बिहार की जनता देगी जवाब’, युवा चेतना सुप्रीमो रोहित सिंह का तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला Bihar Politics: ‘14 नवंबर को बिहार की जनता देगी जवाब’, युवा चेतना सुप्रीमो रोहित सिंह का तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला Bihar Election 2025: गौराबौराम से VIP के संतोष सहनी महागठबंधन के उम्मीदवार घोषित, तेजस्वी यादव ने दिया जीत का आशीर्वाद Bihar Election 2025: गौराबौराम से VIP के संतोष सहनी महागठबंधन के उम्मीदवार घोषित, तेजस्वी यादव ने दिया जीत का आशीर्वाद Bihar Election 2025: बिहार में राजनीतिक रंजिश को लेकर मारपीट, ‘हाथी’ बनाम ‘लालटेन’ के विवाद को लेकर बवाल Test Cricket : टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार होगा बड़ा बदलाव, लंच और टी ब्रेक का क्रम बदला जाएगा; जानिए क्या है वजह Bihar Voter Service : चुनावी सहायता अब आसान, बीएलओ के साथ करें कॉल बुक, इस टोल फ्री नंबर पर हल होंगी सभी दुविधाएं
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 30 Oct 2025 05:25:06 PM IST
रोहित पवार पर FIR - फ़ोटो सोशल मीडिया
Donald Trump fake Aadhaar card: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम पर मुंबई में फर्जी आधार कार्ड बनाए जाने का मामला सामने आया है। आधार कार्ड को बनावाने का आरोप शरद पवार की एनसीपी के नेता और उनके भतीजे विधायक रोहित पवार पर लगा है। हालांकि रोहित पवार ने यह दावा किया कि उन्होंने फर्जी आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया का भंडाफोड़ करने के लिए ऐसा किया था। आधार कार्ड पर जन्मतिथि 1 जनवरी 1825 और फिमेल लिखा हुआ है. जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
फर्जी बेवसाइट और कागजातों के माध्यम से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आधार कार्ड बनावाने के बाद उन्होंने 16 अक्टूबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका खुलासा किया था। लेकिन उल्टे उनके खिलाफ ही बीजेपी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर दिया गया। मुंबई के दक्षिण साइबर थाने में रोहित पवार, वेबसाइट डेवलपर और अन्य लोगों के खिलाफ बीजेपी ने केस दर्ज करवाया है।
बीजेपी ने इस बात का जिक्र किया है कि इस तरीके से फर्जी वेबसाइट के माध्यम से फर्जी आधार कार्ड बनाने से लोग गुमराह हो सकते हैं, आधिकारिक संस्थानों में विश्वास कम हो सकता है और समाज में विवाद पैदा हो सकता है। बता दें, विधायक रोहित पवार ने पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच वोट चोरी और मतदाता हेरफेर के अपने आरोपों को साबित करने के लिए ऐस प्रयोग किया था।
अपने ऊपर हुए एफआईआर पर रोहित पवार ने कहा कि उन्होंने सिर्फ आधार कार्ड बनवाने में हो रहे फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। मैंने केवल खामियां उजागर की थी। बताया था कि कैसे फर्जी मतदाता कार्ड बनाए जा रहे हैं। मैंने किसी का नुकसान नहीं किया है। मेरे खिलाफ बिना किसी वजह से बीजेपी ने केस दर्ज कराया। केस दर्ज होने के बाद पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन में जुट गयी है।