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Nitish Kumar cabinet : राबड़ी देवी का बंगला किस मंत्री को मिलेगा? जानें अब कौन किस पते पर रहेगा

बिहार में नई नीतीश सरकार ने मंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों के बंगले आवंटित कर दिए हैं। 26 मंत्रियों के विभाग भी तय, राबड़ी देवी को नया बंगला, विधायकों के लिए 243 फ्लैट तैयार।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 26 Nov 2025 10:53:33 AM IST

Nitish Kumar cabinet : राबड़ी देवी का बंगला किस मंत्री को मिलेगा? जानें अब कौन किस पते पर रहेगा

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Nitish Kumar cabinet : बिहार विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में नए मंत्रिमंडल का गठन पूरा हो चुका है और अब सभी मंत्रियों को बंगला आवंटित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा इस मंत्रिमंडल में कुल 26 मंत्री शामिल हैं, जिसमें उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी शामिल हैं। दोनों उप मुख्यमंत्री फिर से अपने पद पर नियुक्त किए गए हैं। मंत्रियों को विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया है और अब सरकार ने सभी मंत्रियों को उनके बंगले भी आवंटित कर दिए हैं।


इस बार कुल 13 मंत्रियों को उनके पुराने बंगले में ही रहने की अनुमति दी गई है। इनमें दोनों उप मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री के करीबी सहयोगी और वरिष्ठ मंत्री शामिल हैं। पुराने बंगले में रहने वाले मंत्रियों में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, खाद्य आपूर्ति मंत्री लेशी सिंह, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, लघु जन संसाधन मंत्री संतोष कुमार सुमन, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार और अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान शामिल हैं।


इन मंत्रियों में से कई के पास एक से अधिक विभागों का प्रभार भी है। उदाहरण के लिए, बिजेंद्र प्रसाद यादव के पास ऊर्जा विभाग के अलावा वित्त, वाणिज्य कर, योजना एवं विकास, मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग का भी प्रभार है। विजय कुमार चौधरी भवन निर्माण विभाग के साथ-साथ संसदीय कार्य, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का भी कार्य देखेंगे। नितिन नवीन को पथ निर्माण के साथ नगर विकास विभाग की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि मंगल पांडे के पास स्वास्थ्य विभाग के अलावा विधि विभाग का भी प्रभार है। श्रवण कुमार परिवहन विभाग के साथ ग्रामीण विकास विभाग भी संभालेंगे। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार के पास शिक्षा विभाग के अलावा साइंस एवं टेक्नोलॉजी विभाग का भी जिम्मा है।


इस बार उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को गृह विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि विजय कुमार सिन्हा को राजस्व, भूमि सुधार और खान एवं भूतत्व विभाग का कार्यभार दिया गया है। इसके अलावा, 13 नए मंत्रियों को नए सिरे से बंगले आवंटित किए गए हैं। इनमें दिलीप जायसवाल और नंदकिशोर यादव को दो स्ट्रैंड रोड का बंगला दिया गया है। दिलीप जायसवाल उद्योग विभाग के मंत्री बनाए गए हैं। श्रेयसी सिंह को चार स्ट्रैंड रोड का बंगला आवंटित किया गया है। उन्हें खेल और आईटी विभाग का प्रभार सौंपा गया है।


सुरेंद्र मेहता को 33 हार्डिंग रोड का बंगला दिया गया है और उन्हें पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री बनाया गया है। संजय सिंह टाइगर को 41 हार्डिंग रोड का बंगला आवंटित किया गया है और वे श्रम संसाधन मंत्री बने हैं। अरुण शंकर प्रसाद को 25 हार्डिंग रोड का बंगला दिया गया है और उन्हें पर्यटन एवं कला संस्कृति विभाग का प्रभार मिला है। रामकृपाल यादव को 43 हार्डिंग रोड का बंगला आवंटित किया गया है और वे कृषि मंत्री बने हैं।


नारायण प्रसाद को 12 हार्डिंग रोड का बंगला आवंटित किया गया है और उन्हें आपदा प्रबंधन विभाग का जिम्मा मिला है। रमा निषाद को तीन सर्कुलर रोड का बंगला दिया गया है और उन्हें पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का प्रभार सौंपा गया है। लखेंद्र कुमार रोशन को 26 स्ट्रैंड रोड का बंगला आवंटित किया गया है और वे एससी/एसटी कल्याण मंत्री बने हैं।


डॉ. प्रमोद कुमार को 27 हार्डिंग रोड का बंगला दिया गया है और उन्हें सहकारिता एवं पर्यावरण विभाग का जिम्मा मिला है। संजय कुमार को 21 हार्डिंग रोड का बंगला आवंटित किया गया है और वे गन्ना उद्योग मंत्री बने हैं। संजय कुमार सिंह को 13 हार्डिंग रोड का बंगला दिया गया है और उन्हें पीएचईडी विभाग का कार्यभार दिया गया है। दीपक प्रकाश को 24 एम स्ट्रैंड रोड का बंगला आवंटित किया गया है और उन्हें पंचायती राज विभाग का जिम्मा मिला है।


बिहार विधानसभा के गैर-मंत्री विधायकों के लिए भी आधुनिक फ्लैट तैयार किए गए हैं। कुल 243 विधायकों के लिए दरोगा राय पथ के पास 246 फ्लैट बनाए गए हैं। ये फ्लैट डुप्लेक्स हैं और आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। सभी विधायकों को उनके क्षेत्र की संख्या के अनुसार फ्लैट आवंटित किए जाएंगे। जिन विधायकों को मंत्री पद नहीं मिला है, उन्हें यह आवास प्रदान किया जाएगा।


इस प्रक्रिया के तहत कई नेताओं को अपना पुराना बंगला खाली करना पड़ा। उदाहरण के लिए, नंदकिशोर यादव को अपना बंगला छोड़ना पड़ा ताकि उसमें दिलीप जायसवाल रह सकें। इसी तरह से, 20 साल बाद विधान परिषद की नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी का बंगला भी खाली कराया गया। हालांकि, 10 सर्कुलर रोड फिलहाल किसी को आवंटित नहीं किया गया है।


इस तरह, बिहार सरकार ने विधानसभा चुनाव के बाद मंत्रियों और विधायकों के आवास का काम पूरी तरह से सुनिश्चित कर लिया है। मंत्रियों और उप मुख्यमंत्री को उनके पुराने या नए बंगले आवंटित किए गए हैं, जबकि विधायकों के लिए आधुनिक फ्लैट्स बनाए गए हैं। बंगला और फ्लैट आवंटन से स्पष्ट होता है कि सरकार अपने अधिकारियों और विधायकों की सुविधा और कार्यक्षमता को ध्यान में रखते हुए आवासीय व्यवस्था कर रही है।


इस बंगला और फ्लैट आवंटन से मंत्री और विधायकों की नई जिम्मेदारियों के साथ उनकी व्यक्तिगत सुविधाओं का संतुलन भी बनाए रखा गया है। इससे राज्य में शासन और प्रशासनिक कार्यों की दक्षता बढ़ने की उम्मीद है।