बसपा प्रत्याशी चितरंजन कुमार को AIMIM ने दिया समर्थन, रोमांचक हुई वजीरगंज विधानसभा चुनाव Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: बिहार के इस नक्सल प्रभावित इलाके में 73 साल बाद होगी वोटिंग, चुनाव को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह ब्रजेश ऑटोमोबाइल्स महिन्द्रा ने रचा नया कीर्तिमान, सितम्बर-अक्टूबर में 2035 वाहनों की डिलीवरी Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 18 Apr 2025 05:58:57 PM IST
1 लाख का इनामी बदमास गिरफ्तार - फ़ोटो GOOGLE
Bihar Crime News: बिहार के जमुई जिले में दहशत का पर्याय बन चुके कुख्यात अपराधी सुभाष कुमार उर्फ वीरप्पन को पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई के तहत गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी मलयपुर थाना क्षेत्र के पतौना पुल के पास उस वक्त हुई जब वह किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में जमुई पहुंचा था। पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई।
वीरप्पन पर हत्या, रंगदारी, अपहरण, लूट सहित 20 से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं और बिहार सरकार ने उस पर ₹1 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। जिला पुलिस अधीक्षक मदन कुमार आनंद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि वीरप्पन को लाल रंग की चार पहिया गाड़ी से रेलवे स्टेशन की ओर जाते वक्त गिरफ्तार किया गया। उसके पास से एक पिस्टल, भारी मात्रा में कारतूस और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
एसपी ने बताया कि वीरप्पन की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई थी, जिसमें जिला आसूचना इकाई के साथ-साथ विशेष बल के जवान भी शामिल थे। सुभाष उर्फ वीरप्पन का नाम इलाके में आतंक का पर्याय बन चुका था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, वह लंबे समय से सक्रिय आपराधिक गिरोह का सरगना था और झारखंड-बिहार के सीमावर्ती इलाकों में उसकी गतिविधियां फैली हुई थीं। वह व्यवसायियों से रंगदारी वसूलने, ठेकेदारों को धमकाने, और राजनीतिक संरक्षण में अपराध को अंजाम देने के लिए कुख्यात था।
इस गिरफ्तारी से जिले के लोगों ने राहत की सांस ली है। वीरप्पन की गिरफ्तारी को पुलिस की एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि अब इलाके में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर होगी।
पुलिस अब वीरप्पन से पूछताछ कर रही है और उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य अपराधियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि वीरप्पन की गिरफ्तारी के बाद कई अन्य आपराधिक कड़ियाँ सामने आ सकती हैं।