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1st Bihar Published by: HARERAM DAS Updated Tue, 18 Nov 2025 09:30:33 PM IST
परिजनों ने लगायी न्याय की गुहार - फ़ोटो REPORTER
BEGUSARAI: बेगूसराय जिले में एक दहेज हत्याकांड ने पूरे इलाके को दहलाकर रख दिया है। मटिहानी थाना क्षेत्र के सिंहमा मरगंग से बोरे में बंद एक महिला का शव मिलने के बाद पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर पूरे मामले का खुलासा किया। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतका की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर रजौरा निवासी शंभू राय उर्फ कारी राय की 25 वर्षीय विवाहिता पुत्री मनीषा कुमारी के रूप में हुई है।
1.5 लाख नहीं देने पर हत्या का आरोप
मृतका के परिजनों ने बताया कि मनीषा की शादी वर्ष 2022 में साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के चौकी निवासी राजेश सिंह के पुत्र रोहित कुमार से हुई थी। शादी के कुछ ही दिनों बाद ससुराल पक्ष ने दो लाख रुपये दहेज की मांग शुरू कर दी। लगातार मारपीट, मानसिक प्रताड़ना और गाली-गलौज से परेशान होकर मनीषा ने कई बार मायके वालों को इसकी जानकारी दी। परिजनों के बीच पंचायत भी हुई और 50 हजार रुपये सुलह के रूप में दिए गए, लेकिन ससुराल पक्ष का व्यवहार नहीं बदला। आखिरकार मनीषा मायके में ही रहने लगी।
16 नवंबर को ननद ने बुलाया, फिर हुई गायब
परिजनों ने बताया कि 16 नवंबर को दोपहर करीब दो बजे मनीषा की ननद अमोला देवी ने फोन कर उसे बेगूसराय स्थित कालीस्थान मंदिर बुलाया। परिजनों ने बताया कि शाम 6 बजे तक ननद के मोबाइल से बातचीत हुई, पर इसके बाद फोन स्विच ऑफ हो गया। 18 नवंबर को मटिहानी थाना क्षेत्र के सिंहमा मरगंग में बोरे में बांधा हुआ एक शव मिलने की सूचना पर पुलिस पहुंची। शव की पहचान मनीषा के रूप में हुई। उसके कपड़े, गहने और पहचान पत्र से हत्या की पुष्टि हुई। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि ससुराल पक्ष ने गला दबाकर हत्या की और शव को बोरे में बंद कर गंगा नदी की धारा में बहा दिया।
ननद ने फोन कर बुलाया, पति के साथ मिलकर अपहरण का आरोप
एफआईआर में पीड़ित परिवार ने बताया है कि ननद अमोला देवी पहले दिन से ही मनीषा को प्रताड़ित करती थी। उसके ऊपर आरोप है कि उसने मायके में रह रही मनीषा को सुलह के बहाने बुलाया और पति रोहित सहित अन्य लोगों के साथ मिलकर अपहरण और हत्या की साजिश रची। यह भी बताया गया है कि मनीषा के सभी जेवर ननद के पास थे, जिन्हें लेकर वह मायके से ही गायब हो गई थी।
पोस्टमार्टम के बाद ससुराल पक्ष को शव सौंपा गया
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद शव को ससुराल पक्ष को सौंपा गया। मनीषा का अंतिम संस्कार मुंगेर घाट स्थित श्मशान स्थल पर किया गया, जहां मृतका के चचेरे ससुर ने मुखाग्नि दी।
पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई, दो गिरफ्तार, दो फरार
सदर डीएसपी-1 आनंद कुमार पांडे ने बताया कि जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि मृतका लंबे समय से दहेज प्रताड़ना का शिकार थी। ननद के फोन कॉल रिकॉर्ड, मृतका के मोबाइल लोकेशन और अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ननद अमोला देवी को सिंहमा गांव से और पति रोहित कुमार को खगड़िया जिले के बछौत गांव से गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
डीएसपी ने कहा कि इस मामले में सास नीतू देवी और ससुर राजेश सिंह अब भी फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने 12 घंटे के भीतर हत्या का खुलासा कर महत्वपूर्ण सफलता दर्ज की है।
परिवार में मातम और न्याय की मांग
मृतका के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार का आरोप है कि अगर पुलिस पहले शिकायतों पर कार्रवाई करती, तो आज मनीषा जिंदा होती। वे सरकार और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई और फास्ट-ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग कर रहे हैं।