Cyber Crime: EOU की जांच में चौंकाने वाला खुलासा, बिहार से ऑपरेट हो रहा था अंतरराज्यीय आधार फ्रॉड; तीन गिरफ्तार Bihar Weather: बिहार के कई जिलों में आज बारिश की संभावना, IMD ने जारी किया अलर्ट Bihar News: बिहार में बनेगी मोकामा-मुंगेर चार लेन सड़क, रेल नेटवर्क का भी होगा विस्तार BIHAR: नौकरी और सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी, खगड़िया में साइबर ठग गिरफ्तार छपरा में एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन, सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और विपक्ष पर किया जोरदार हमला BIHAR NEWS : मां के सोते ही BA की छात्रा ने उठाया खौफनाक कदम, अब पुलिस कर रही जांच BIHAR CRIME : नशे में धुत बेटे ने पिता पर किया हमला, चाकू छीनकर पिता ने कर दी बेटे की हत्या BIHAR STET EXAM : जानिए बिहार STET एग्जाम का पैटर्न, 5 घंटे में पूछे जाएंगे 300 सवाल; गलत जवाब पर भी नहीं कटेंगे जवाब Asia Cup 2025: सूर्या की कप्तानी में आज दिखेगा भारत का दम-खम, इस एप पर देखें इंडिया और UAE का लाइव मुकाबला Bihar Government Scheme: सावधान ! महिला रोजगार योजना के नाम पर हो रहा बड़ा खेल, आपको भी आ रहा ऐसा लिंक तो ठहर जाए
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 20 Apr 2025 07:21:48 PM IST
मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा - फ़ोटो GOOGLE
MUNGER: मुंगेर पुलिस ने 5 मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन किया है। हथियार बनाते 3 कारीगरों को औजारों के साथ गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान अर्धनिर्मित हथियार भी बरामद किया गया है। मुफ्फसिल थाना पुलिस ने गंगा पार दियारा में छापेमारी की। जहां हथियार तस्कर छिपकर आर्म्स बनाने का काम कर रहे थे। पुलिस को देख हथियार बनाने वाले अन्य कारीगर और ठेकेदार जंगल का फायदा उठाकर वहां से भागने में सफल रहे।
मुंगेर की मुफ्फसिल थाने की पुलिस ने गंगा पार टीकारामपुर मखना अगरसिया बहियार में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा किया। हथियार बनाने 3 कारीगरों को मौके से दबोचा। बताया जाता है कि यहां ठेका पर पिस्टल बनाया जाता था। प्रति पिस्टल तीन हजार की राशि का भुगतान किया गया था। 20 पिस्टल बनाने का ऑडर मिला था। इसी ऑर्डर को पूरा करने में कारीगर लगे हुए थे. तभी गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई कर मौके से मिर्जापुर बरदह निवासी मो.नौसाद उर्फ भोकचू, मो. शमशाद और मो. शजमूल उर्फ छोटू को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में तीनों ने बताया कि वे लोग कारीगर हैं।
ठेकेदार के लिए वो हथियार बनाने का काम करते हैं। उसके ग्रुप में एक दर्जन हथियार के कारीगर है। जितना हथियार बनाने का ठेका मिलता है, उस हिसाब से कारीगर को लगाया जाता है। जिस ठेकेदार के लिए हथियार बना रहा था उसने 20 हथियार बनाने का ठेका लिया था। ठेकेदार से प्रति हथियार के लिए तीन हजार रूपया में सौदा तय किया था। हम लोग छह कारीगर मिलकर हथियार को बना रहे थे। आर्डर के हिसाब से 20 में 7 हथियार तैयार भी हो चुका था। सिर्फ फिनिसिंग देना था तभी पुलिस ने छापेमारी कर दी। मामले मे मुंगेर एसपी ने किला परिसर स्थित अपने कार्यालय मे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों को बताया कि पुलिस जब छापेमारी करने पहुंची तो वहां पर ठेकेदार भी था. लेकिन वह घास के जंगलो का सहारा लेकर फरार हो गया. जबकि तीन कारीगर भी घास के जंगल का सहारा लेकर भागने में सफल रहे.
गिरफ्तार कारीगरों ने ठेकेदार और फरार होने वाले कारीगरों का नाम व पता पुलिस को बताया है। सभी मिर्जापुर बरदह गांव के रहने वाले है. जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.पुलिस ने कुल पांच मिनीगन फैक्टरी का उद्भेदन किया. जो समान पकड़ा गया है उसमें 7 अर्धनिर्मित पिस्टल है. जो फिनिसिंग स्टेज में था. जबकि 2 मैगजीन बन चुका था और 14 मैगजीन अर्धनिर्मित है. पुलिस ने 5 बेस मशीन, 2 हैंड ड्रील मशीन, 5 पिस्टल का स्लाईडर, 2 अर्धनिर्मित बैरल, हैंड डाय, मैगजीन फर्मा, साइकिल का फ्रॉक, 3 मोबाइल सहित हथियार बनाने के अन्य छोटे-बड़े औजार शामिल है.