ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: स्ट्रांग रूम का वीडियो शेयर कर आरजेडी ने गड़बड़ी के लगाए आरोप, DM ने दिए जांच के आदेश Bihar Election 2025: स्ट्रांग रूम का वीडियो शेयर कर आरजेडी ने गड़बड़ी के लगाए आरोप, DM ने दिए जांच के आदेश Bihar News: अपने घर 'मगध' में ही फंसे मांझी...'अतरी' में दांव पड़ रहा उल्टा ! चहेते कैंडिडेट के खिलाफ NDA वोटर्स में भारी नाराजगी..सबक सिखाने की तैयारी Bihar election 2025 : पवन सिंह और खेसारी लाल यादव में कौन है ज्यादा अमीर? जानिए दोनों की संपत्ति और राजनीतिक जुड़ाव Train Accident: बिहार में मिलिट्री गुड्स ट्रेन के दो खाली डिब्बे पटरी से उतरे, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी पटना में जिम के गेट पर झोले में मिली नवजात: मच्छरों से सूजा चेहरा देखकर जिम ऑनर ने गोद लिया, नाम रखा ‘एंजल’ Bihar Assembly Election : दूसरे चरण के मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम, 20 जिलों में तैनात 1650 कंपनियां और 4 लाख जवान UPSC IFS Mains 2025: IFS मेन्स परीक्षा 2025: UPSC ने एडमिट कार्ड जारी किया, पूरी जानकारी यहां Bihar election : बिहार चुनाव में अचानक घनबेरिया का पेड़ा बना चर्चा का स्वाद, अमित शाह ने भी की जमुई की मिठास की तारीफ; जानिए क्या है इसकी पूरी कहानी Success Story: जानिए कौन हैं एनकाउंटर स्पेशलिस्ट तदाशा मिश्रा? आखिर क्यों झारखंड में मिली इतनी बड़ी जिम्मेदारी

Success Story: जानिए कौन हैं एनकाउंटर स्पेशलिस्ट तदाशा मिश्रा? आखिर क्यों झारखंड में मिली इतनी बड़ी जिम्मेदारी

Success Story: झारखंड कैडर की 1994 बैच की आईपीएस अधिकारी तदाशा मिश्रा को राज्य की कार्यवाहक DGP नियुक्त किया गया है। गृह विभाग की विशेष सचिव के पद पर कार्यरत तदाशा मिश्रा को यह जिम्मेदारी पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता के इस्तीफे के बाद सौंपी गई है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 08 Nov 2025 03:34:30 PM IST

Success Story

सफलता की कहानी - फ़ोटो GOOGLE

Success Story: झारखंड कैडर की 1994 बैच की आईपीएस अधिकारी तदाशा मिश्रा को राज्य की कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया गया है। गृह विभाग की विशेष सचिव के पद पर कार्यरत तदाशा मिश्रा को यह जिम्मेदारी पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता के इस्तीफे के बाद सौंपी गई है। सरकार ने दो दिन पहले अनुराग गुप्ता का इस्तीफा स्वीकार किया था। इस अहम पद के लिए 1992 बैच के अनिल पाल्टा और प्रशांत सिंह, तथा 1993 बैच के एम.एस. भाटिया भी दावेदारों में शामिल थे, लेकिन अंततः बाजी तदाशा मिश्रा के नाम रही।


बोकारो में सख्त अफसर के रूप में बनाई पहचान

बोकारो की एसपी रहते हुए तदाशा मिश्रा ने अपराधियों पर शिकंजा कसकर अपनी सख्त छवि बनाई। उनके कार्यकाल में रंगदारी, हत्या और अपहरण जैसी घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई। अपराधियों के खिलाफ चलाए गए अभियानों से पूरा क्षेत्र लंबे समय तक शांत रहा। उनके नेतृत्व में पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक कुख्यात अपराधियों का एनकाउंटर किया। मिश्रा की रणनीति और तत्परता ने उन्हें झारखंड पुलिस में एक तेजतर्रार और निर्णायक अधिकारी के रूप में पहचान दिलाई।


आनंद सिंह एनकाउंटर से बनी सख्त छवि

बोकारो एसपी रहते हुए तदाशा मिश्रा की सख्ती का सबसे चर्चित उदाहरण आनंद सिंह एनकाउंटर रहा। यह मुठभेड़ धनबाद के बरटांड स्थित मधुलिका स्वीट्स में हुई थी, जिसमें कुख्यात अपराधी आनंद सिंह मारा गया था। पुलिस को सूचना मिली थी कि आनंद सिंह किसी से मिलने बरटांड पहुंच रहा है। तदाशा मिश्रा ने तुरंत धनबाद एसपी मुरारीलाल मीणा से संपर्क कर संयुक्त अभियान चलाया, और एनकाउंटर में उसे ढेर कर दिया। इस कार्रवाई ने पूरे झारखंड में कानून व्यवस्था को मजबूत संदेश दिया और उनकी सख्त छवि को और मजबूती दी।


राज्य पुलिस को नई दिशा मिलने की उम्मीद

तदाशा मिश्रा की नियुक्ति से राज्य पुलिस में नई ऊर्जा और नेतृत्व की उम्मीद की जा रही है। उनके सख्त और निर्णायक रवैये के चलते उम्मीद की जा रही है कि झारखंड पुलिस अपराध नियंत्रण और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में और प्रभावी बन सकेगी। उनके अनुभव और प्रशासनिक क्षमता को देखते हुए यह माना जा रहा है कि झारखंड की पुलिस व्यवस्था में सुधार और नई दिशा का आगमन जल्द ही दिखाई देगा।


तदाशा मिश्रा का नेतृत्व पुलिसकर्मियों के मनोबल को बढ़ाने और आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बहाल करने में भी सहायक होगा। साथ ही, उनका डिजिटल और तकनीकी दृष्टिकोण पुलिस के कामकाज को आधुनिक बनाने में अहम भूमिका निभा सकता है।