वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 26 Apr 2025 08:51:24 AM IST
पुलिसिया कार्यप्रणाली को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। - फ़ोटो Google
Rajeev Nagar Police suspended: बिहार की राजधानी पटना के राजीव नगर थाना में पुलिसिया कार्यप्रणाली को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। वर्ष 2022 में दर्ज एक मामले में बिना किसी साक्ष्य के आरोप-पत्र समर्पित करने, गलत तरीके से जप्ती सूची बनाने और अनुसंधान में गंभीर लापरवाही बरतने के मामले में तत्कालीन थानाध्यक्ष सहित 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही सभी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
क्या है पूरा मामला
आवेदक विनोद कुमार सिंह, निवासी राजीव नगर, पटना ने पुलिस महानिदेशक, बिहार को एक आवेदन समर्पित किया था। जांच के क्रम में सामने आया कि वर्ष 2022 में दर्ज राजीव नगर थाना कांड संख्या 613/22 के तहत संदेह के आधार पर 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और उनसे एक मोटरसाइकिल एवं दो मोबाइल जप्त किए गए। इसके बाद आवेदक की दुकान पर छापेमारी कर उनके पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया।
जांच में यह भी पाया गया कि बिना किसी जप्ती सूची के भारी संख्या में मोबाइल जब्त कर लिए गए। इनमें से 5 कीमती मोबाइल अवैध तरीके से रखे गए और सिर्फ 3 मोबाइल की जप्ती सूची बनाई गई। शेष मोबाइल बाद में आवेदक को लौटा दिए गए।
अनुसंधान में भारी खामियां
चोरी के संदेह में जब्त किए गए मोबाइल और मोटरसाइकिल की जांच ही नहीं की गई। इतना ही नहीं, जिन मोबाइल को जप्त किया गया था, वे भी चोरी के नहीं थे। बावजूद इसके, आवेदक के पुत्र सहित सभी आरोपितों के विरुद्ध बिना किसी ठोस सबूत के आरोप पत्र अदालत में समर्पित कर दिया गया।
कार्रवाई की सूची
राज्य पुलिस मुख्यालय ने इस गंभीर लापरवाही को कानूनविरोधी मानते हुए जिन अधिकारियों और कर्मियों पर कार्रवाई की है, उनके नाम इस प्रकार हैं:
गौतम कुमार (तत्कालीन अंचल निरीक्षक)
नीरज कुमार (तत्कालीन थानाध्यक्ष)
पु०अ०नि० शंभु शंकर सिंह (वादी)
पु०अ०नि० श्याम नारायण सिंह (अनुसंधानकर्ता)
सिपाही अनिल कुमार (सी/5898)
सिपाही ब्रज किशोर प्रसाद (सी/5615)
सिपाही हरिशचंद्र सिंह (सी/6452)
सिपाही प्रभाश कुमार पासवान (सी/7996)
सिपाही ओमप्रकाश (सी/7234)
चालक बालकिशोर यादव (सी/87)
इन सभी पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बिहार पुलिस विभाग की यह कार्रवाई दर्शाती है कि लापरवाही और कानूनविरोधी गतिविधियों को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस तरह की सख्ती से जनता का विश्वास भी कायम रहेगा और पुलिसिंग में पारदर्शिता आए