1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 19 Dec 2025 06:09:10 PM IST
NSMCH ने जटिल सर्जरी - फ़ोटो social media
PATNA: पटना के बिहटा स्थित नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (NSMCH) में एक और जटिल बैरेट्रिक सर्जरी (मोटापा घटाने की सर्जरी) की गई. 54 साल के व्यक्ति की अस्पताल में सर्जरी की गयी, जिसका वजन 195 किलो और बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 61 थॉ. मेडिकल की भाषा में इसे सुपर ओबीज श्रेणी में रखा जाता है. यह मरीज अब तक बिहार में बैरेट्रिक सर्जरी करवाने वाले सबसे अधिक वजन वाले मरीजों में से एक है.
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि मरीज स्लीप एपनिया, ऑबेसिटी हाइपोवेंटिलेशन सिंड्रोम, ऑस्टियोआर्थराइटिस और हाईपरटेंशन जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित था, जिसके कारण सर्जरी बेहद चुनौतीपूर्ण हो गयी थी. लेकिन इसके बावजूद सर्जरी मात्र लगभग 1.5 घंटे में सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई तथा इस दौरान मरीज के शरीर में बेहद कम ब्लड निकला.
10 घंटे में चलने लगा मरीज
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि सर्जरी के बाद मरीज ने मात्र 10 घंटे के भीतर चलना प्रारंभ कर दिया, जो इस प्रकार की सर्जरी में एक उल्लेखनीय उपलब्धि मानी जाती है. अभी मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहा है तथा उनकी स्थिति पूरी तरह संतोषजनक है. NSMCH में ये सफल सर्जरी बैरेट्रिक सर्जन डॉ. निरुपम सिन्हा और उनकी टीम द्वारा की गई. इस टीम में डॉ. अभिषेक (असिस्टेंट प्रोफेसर एवं मिनिमल एक्सेस सर्जन), डॉ. सोम्या (सीनियर रेजिडेंट) और डॉ. रोहित (पीजी स्टूडेंट, जनरल सर्जरी) शामिल थे.
वहीं, एनेस्थीसिया विभाग से डॉ. नवीन कुमार और डॉ. फशीउल्लाह आलम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. यह संपूर्ण सर्जरी वरिष्ठ विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में संपन्न हुई, जिनमें डॉ. निर्मल कुमार सिन्हा (एमेरिटस प्रोफेसर, जनरल सर्जरी), डॉ. रमेश अजय (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, जनरल सर्जरी), डॉ. शशि भूषण सिन्हा (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, एनेस्थीसिया), डॉ. प्रमोद कुमार (प्रोफेसर, एनेस्थीसिया), डॉ. मनीष कुमार (एसोसिएट प्रोफेसर, जनरल सर्जरी) एवं डॉ.आशुतोष शामिल रहे।
इस सर्जरी के अगले ही दिन नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, बिहटा में एक और सफल बैरेट्रिक सर्जरी की गई. यह सर्जरी एक युवा महिला मरीज पर की गई, जिनका BMI 36 था तथा वह पीसीओएस (PCOS) एवं हाइपोथायरॉयडिज़्म से पीड़ित थी. यह सर्जरी भी पूर्णतः सफल रही और मरीज संतोषजनक रूप से स्वस्थ हो रही है.
अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक इन सफल सर्जरीज़ के माध्यम से नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बिहटा ने एक बार फिर ये साबित कर दिया है कि आधुनिक तकनीक, अनुभवी चिकित्सकों और समर्पित सहयोगी स्टाफ के सहयोग से जटिल से जटिल सर्जरी भी सुरक्षित एवं सफलतापूर्वक की जा सकती है.
