Bihar Legislative Council : बिहार विधानसभा में विनोद नारायण झा बने भाजपा के मुख्य सचेतक, मिलेगा राज्य मंत्री का दर्जा; राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता को भी मिली अहम जिम्मेदारी

बिहार विधानसभा और विधान परिषद में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने अपने संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत करते हुए सचेतक और मुख्य सचेतक के नामों की आधिकारिक घोषणा कर दी है। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की ओर से यह सूची विधानसभा सचिवालय और विधान परिषद को भेज

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 15 Dec 2025 04:38:07 PM IST

Bihar Legislative Council : बिहार विधानसभा में विनोद नारायण झा बने भाजपा के मुख्य सचेतक, मिलेगा राज्य मंत्री का दर्जा; राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता को भी मिली अहम जिम्मेदारी

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Bihar Legislative Council : बिहार विधानसभा और विधान परिषद में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत करते हुए सचेतक और मुख्य सचेतक के पदों पर नियुक्तियों की आधिकारिक घोषणा कर दी है। उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी की ओर से यह सूची विधानसभा सचिवालय और विधान परिषद को भेज दी गई है। इसके साथ ही सत्ता पक्ष के भीतर अनुशासन, रणनीति और सदन संचालन को लेकर पार्टी की तैयारियां स्पष्ट रूप से सामने आ गई हैं।


विधानसभा में विनोद नारायण झा बने मुख्य सचेतक

सूची के अनुसार बिहार विधानसभा में विनोद नारायण झा को भाजपा विधान मंडल दल का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है। मुख्य सचेतक की भूमिका सदन में सरकार और पार्टी के लिए बेहद अहम मानी जाती है। उनका दायित्व विधायकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने, पार्टी लाइन के अनुसार मतदान कराने और सदन की कार्यवाही के दौरान अनुशासन बनाए रखने का होता है। मुख्य सचेतक को मोटे तौर पर राज्य मंत्री के समकक्ष दर्जा प्राप्त होता है, जिससे उनकी जिम्मेदारियां और प्रभाव दोनों बढ़ जाते हैं।


विनोद नारायण झा को यह जिम्मेदारी सौंपे जाने को पार्टी के भीतर उनके अनुभव और संगठनात्मक क्षमता पर भरोसे के रूप में देखा जा रहा है। वे लंबे समय से भाजपा संगठन और विधानसभा की कार्यवाही से जुड़े रहे हैं, ऐसे में सदन के भीतर सरकार की रणनीति को मजबूती से आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी अब उनके कंधों पर होगी।


विधानसभा में चार सचेतकों की नियुक्ति

मुख्य सचेतक के अलावा भाजपा ने बिहार विधानसभा में चार सचेतकों की भी नियुक्ति की है। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की ओर से भेजी गई सूची के अनुसार—

कृष्ण कुमार ऋषि

कुमार शैलेन्द्र

गायत्री देवी

इन नेताओं को सचेतक बनाया गया है। सचेतकों की भूमिका भी सदन में कम महत्वपूर्ण नहीं होती। वे मुख्य सचेतक के साथ समन्वय बनाकर विधायकों को पार्टी की रणनीति से अवगत कराते हैं, सदन की कार्यवाही के दौरान विधायकों की मौजूदगी सुनिश्चित करते हैं और आवश्यक निर्देश समय पर पहुंचाते हैं। भाजपा ने इन नामों के जरिए क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन साधने का भी प्रयास किया है, ताकि विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व संगठनात्मक स्तर पर दिख सके।


विधान परिषद में भी संगठनात्मक मजबूती

सिर्फ विधानसभा ही नहीं, बल्कि बिहार विधान परिषद में भी भाजपा ने अपने पदाधिकारियों की घोषणा कर दी है। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने विधान परिषद के सभापति को पत्र लिखकर भाजपा विधान मंडल दल की ओर से नामों की अनुशंसा की है। विधान परिषद में— राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता को भाजपा विधान मंडल दल का उपनेता नियुक्त किया गया है।वहीं जनक राम को मुख्य सचेतक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।


विधान परिषद में उपनेता और मुख्य सचेतक की भूमिका सरकार के एजेंडे को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण मानी जाती है। परिषद में अक्सर विधेयकों और नीतिगत मसलों पर विस्तृत चर्चा होती है, ऐसे में अनुभवी नेताओं को इन पदों पर बैठाकर भाजपा ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह सदन के हर मंच पर अपनी रणनीति को मजबूती से लागू करना चाहती है।


कुल मिलाकर, बिहार विधानसभा और विधान परिषद में सचेतक व मुख्य सचेतक की नियुक्तियों से भाजपा ने संगठनात्मक संतुलन और अनुशासन को प्राथमिकता दी है। विनोद नारायण झा के नेतृत्व में विधानसभा में और जनक राम व राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता के साथ विधान परिषद में पार्टी अपनी रणनीति को मजबूती से आगे बढ़ाने की तैयारी में है। यह कदम न सिर्फ सदन की कार्यवाही को सुचारू बनाने में मदद करेगा, बल्कि सत्तारूढ़ दल के रूप में भाजपा की राजनीतिक पकड़ को भी और मजबूत करेगा।