bihar school closed : बिहार में कड़ाके की ठंड का असर: स्कूलों में छुट्टी और समय में बदलाव, पढ़ाई पर लगा ब्रेक

बिहार में कड़ाके की ठंड और शीतलहर का असर अब बच्चों की पढ़ाई पर साफ दिखने लगा है। लगातार गिरते तापमान और घने कोहरे को देखते हुए राज्य के कई जिलों में प्रशासन ने स्कूलों को बंद करने या उनके समय में बदलाव करने का फैसला लिया है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 20 Dec 2025 12:03:11 PM IST

 bihar school closed : बिहार में कड़ाके की ठंड का असर: स्कूलों में छुट्टी और समय में बदलाव, पढ़ाई पर लगा ब्रेक

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bihar school closed : बिहार इन दिनों भीषण ठंड और शीतलहर की चपेट में है। तापमान में लगातार गिरावट, घना कोहरा और सर्द हवाओं ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत को देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में राज्य के कई जिलों में स्कूलों को बंद कर दिया गया है, जबकि कुछ जिलों में स्कूलों की समय-सारिणी में बदलाव किया गया है। मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि आने वाले कुछ दिनों तक ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है, ऐसे में स्कूलों की छुट्टियों या शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक का दायरा और बढ़ सकता है।


छपरा में 21 दिसंबर तक सभी स्कूल बंद

सारण (छपरा) जिले में ठंड के प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त फैसला लिया है। जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार शुक्रवार से जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। इसके साथ ही सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में भी शैक्षणिक गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। यह आदेश 21 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा। हालांकि, बोर्ड परीक्षा से संबंधित कक्षाओं को इस आदेश से बाहर रखा गया है, ताकि परीक्षाओं की तैयारी पर असर न पड़े। जिला प्रशासन का कहना है कि बच्चों की सेहत सर्वोपरि है और अत्यधिक ठंड में स्कूल जाना उनके लिए जोखिम भरा हो सकता है।


दरभंगा और शिवहर में कक्षा 8 तक स्कूल बंद

दरभंगा जिले में भी ठंड को देखते हुए कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह व्यवस्था 22 दिसंबर तक लागू रहेगी। वहीं, शिवहर जिले में भी कक्षा 8 तक के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। शिवहर की जिलाधिकारी प्रतिभा रानी ने शनिवार को जारी आदेश में कहा कि 8वीं से ऊपर की कक्षाओं के लिए भी सुबह 9.30 बजे से पहले स्कूल संचालन पर रोक रहेगी। यह आदेश 21 दिसंबर तक लागू रहेगा। प्रशासन का मानना है कि सुबह के समय अत्यधिक ठंड और कोहरे के कारण बच्चों को स्कूल आने-जाने में परेशानी हो सकती है।


पटना समेत कई जिलों में बदली स्कूलों की टाइमिंग

राजधानी पटना में फिलहाल स्कूल बंद नहीं किए गए हैं, लेकिन अत्यधिक ठंड को देखते हुए स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में सुबह 9 बजे से पहले और शाम 4.30 बजे के बाद किसी भी तरह की शैक्षणिक गतिविधि पर रोक लगा दी गई है। यह आदेश 25 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा। पटना के अलावा बक्सर, शेखपुरा और सीवान जिलों में भी इसी तरह के आदेश जारी किए गए हैं, जहां सुबह के समय स्कूल संचालन पर प्रतिबंध लगाया गया है।


जहानाबाद में सुबह 10 बजे से पहले पढ़ाई पर रोक

जहानाबाद जिले में भी ठंड को लेकर एहतियात बरती गई है। यहां जिला प्रशासन ने सुबह 10 बजे से पहले और दोपहर 3 बजे के बाद स्कूलों में पढ़ाई पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रशासन का कहना है कि ठंड और कोहरे के कारण दृश्यता कम हो जाती है, जिससे बच्चों के साथ हादसे की आशंका बढ़ जाती है।


मौसम विभाग की चेतावनी, राहत के आसार कम

मौसम विभाग के अनुसार बिहार में फिलहाल ठंड से राहत मिलने के आसार कम हैं। अगले कुछ दिनों तक न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है। कई इलाकों में शीतलहर की स्थिति बनी रह सकती है। सुबह और देर शाम घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। ऐसे में जिला प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और जरूरत पड़ने पर स्कूलों को लेकर और सख्त फैसले लिए जा सकते हैं।


अभिभावकों और शिक्षकों ने फैसले का किया समर्थन

स्कूलों में छुट्टी और समय में बदलाव के फैसले का अभिभावकों और शिक्षकों ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि छोटे बच्चों के लिए इस तरह की ठंड में स्कूल जाना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। वहीं, कुछ अभिभावकों ने यह भी मांग की है कि अगर ठंड का प्रकोप जारी रहता है तो राज्य स्तर पर एक समान दिशा-निर्देश जारी किए जाएं, ताकि सभी जिलों में एकरूपता बनी रहे।


कुल मिलाकर, बिहार में कड़ाके की ठंड ने बच्चों की पढ़ाई पर फिलहाल ब्रेक लगा दिया है। प्रशासन की प्राथमिकता बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य है, और मौसम की स्थिति को देखते हुए आने वाले दिनों में और भी फैसले लिए जा सकते हैं।