ब्रेकिंग न्यूज़

ISM पटना में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 'सस्टेनोवेट 2025' का भव्य शुभारंभ, देश-विदेश से जुटे शोधकर्ता दृष्टिपुंज आई हॉस्पिटल में कंटूरा विज़न लेसिक की बड़ी उपलब्धि: 300 सफल ऑपरेशन पूरे Bihar Crime News: अदालत में सबूत पेश नहीं कर सकी बिहार पुलिस, कोर्ट ने SHO समेत 7 पुलिसकर्मियों के खिलाफ जारी कर दिया अरेस्ट वारंट Bihar Crime News: अदालत में सबूत पेश नहीं कर सकी बिहार पुलिस, कोर्ट ने SHO समेत 7 पुलिसकर्मियों के खिलाफ जारी कर दिया अरेस्ट वारंट अरवल में करंट लगने से युवक की मौत, जर्जर तार बना हादसे की वजह, बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप Bihar Politics: बाल-बाल बचे सांसद पप्पू यादव, बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के दौरान हुआ हादसा Bihar Politics: ‘लालू परिवार बिहार की बर्बादी का जिम्मेदार’ युवा चेतना सुप्रीमो रोहित सिंह का तेजस्वी पर बड़ा हमला Bihar Politics: ‘लालू परिवार बिहार की बर्बादी का जिम्मेदार’ युवा चेतना सुप्रीमो रोहित सिंह का तेजस्वी पर बड़ा हमला Bihar News: बिहार में यहां एक ही घर से निकले 60 किंग कोबरा, परिवार ने त्यागा मकान; गाँव वालों ने बदला रास्ता BIHAR NEWS:चोरी के शक में युवक की बेरहमी से पिटाई, भीड़ ने चप्पल पर चटवाया थूक

Bihar News: ये तो हद है! पटना में मृत बच्चे का 3 दिनों तक इलाज करते रहे डॉक्टर, बदबू आने पर जिंदा बताकर किया रेफर

Bihar News: बिहार की राजधानी पटना में मृत बताकर 3 दिनों तक बच्चे का इलाज डॉक्टर करते रहे। आरोप है कि शिकायत करने पर परिजनों से हाथापाई भी की गई है।

1st Bihar Published by: KHUSHBOO GUPTA Updated Sun, 23 Mar 2025 08:56:23 AM IST

Bihar News

! पटना में मृत बच्चे का 3 दिनों तक इलाज करते रहे डॉक्टर, बदबू आने पर जिंदा बताकर किया रेफर - फ़ोटो google

Bihar News: बिहार की राजधानी पटना से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित एक निजी अस्ताल पर मरीज के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि अस्ताल के डॉक्टर उनके 10 महीने के मृत बच्चे का इलाज करते रहे और पैसे एंठते रहे। जब शव से बदबू आने लगी तो उन लोगों ने म़त बच्चे को दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया।


10 महीने के मृत बच्चे की मां अनिमा ने आरोप लगाया कि मेरे बच्चे की मौत के बाद भी उसे जिंदा बता कर पैसा लिया गया है। हद तो तब हो गयी, जब बच्चे के शव से बदबू आने लगी। इसके बाद उसे जिंदा बता कर दूसरी जगह ले जाने के लिए कहा गया। जब दूसरे अस्पताल में भर्ती कराने पहुंचे, तो वहां के डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे की मौत 48 घंटे पहले ही हो चुकी है।


बच्चे की मां अनिमा ने बताया कि बुधवार को बच्चे को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, तो उसे अस्ताल में भर्ती कराया गया। यहां आने के दो-तीन घंटे के बाद ही बच्चा मर चुका था, लेकिन तीन दिनों तक मरे हुए बच्चे का इलाज डॉक्टरों ने किया। परिजन डॉक्टरों पर लापरवाही करने का भी आरोप लगा रहे है। हालांकि, उन्होंने इसकी शिकायत करने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि अस्पताल हमसे माफी मांगे।


परिजनों ने आरोप लगाया कि जब वे लोग रेफर करने वाले डॉक्टरों से पूछने गये, तो हाथापाई करने लगे। यही नहीं, गलत आरोप लगा कर अपने स्टाफ से कह कर बाहर निकालने लगे। मृत बच्चे का परिवार दीघा के बाटा में रहता है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर मौके पहुंची और घंटों समझाने के बाद मामला शांत हुआ।