1st Bihar Published by: MANOJ KUMAR Updated Thu, 25 Dec 2025 07:41:28 PM IST
पुलिस की कार्रवाई - फ़ोटो REPORTER
MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर पुलिस ने एक बेहद सनसनीखेज लूट मामले का खुलासा करते हुए अंतर-जिला गिरोह के एक अपराधी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने न केवल लूटा गया ट्रक सुरक्षित बरामद किया, बल्कि ट्रक चालक और खलासी को भी बदमाशों के चंगुल से सकुशल मुक्त करा लिया है। यह पूरी कार्रवाई मुजफ्फरपुर के फकुली थाना क्षेत्र में अंजाम दी गई।
क्या है पूरा मामला?
घटना की शुरुआत हाजीपुर-जंदाहा रोड से हुई, जहाँ अपराधियों ने एक कुरियर लोड ट्रक को अपना निशाना बनाया। इस ट्रक में भारी मात्रा में दवाइयां लदी हुई थीं। करीब एक दर्जन की संख्या में आए अपराधियों ने ट्रक को रोककर चालक और खलासी को गन पॉइंट पर ले लिया। बदमाशों ने ट्रक का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया और चालक को अपनी लग्जरी कार में बंधक बनाकर उसे स्कॉर्ट करने लगे, जबकि खलासी को चार बदमाशों ने ट्रक के भीतर ही बंधक बनाए रखा।
पुलिस की सतर्कता से विफल हुई साजिश
लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी मुख्य मार्ग छोड़कर ग्रामीण रास्तों से मुजफ्फरपुर की ओर बढ़ रहे थे। इसी दौरान फकुली थाना की पुलिस टीम की नजर एक संदिग्ध ट्रक और उसके पीछे चल रही लग्जरी कार पर पड़ी। संदेह होने पर जब पुलिस ने वाहनों को रोकने का इशारा किया, तो अपराधी पुलिस को देख भागने लगे।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए घेराबंदी की, जिसके परिणामस्वरूप एक अपराधी को मौके पर ही दबोच लिया गया। हालांकि, अन्य बदमाश अंधेरे और ग्रामीण रास्तों का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। पकड़े गए अपराधी के पास से पुलिस ने दो लोडेड हथियार और वारदात में इस्तेमाल की गई लग्जरी कार बरामद की है।
SSP ने किया गिरोह का खुलासा
मुजफ्फरपुर के एसएसपी सुशील कुमार ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि यह एक बड़ा अंतर-जिला गिरोह है, जिसके सदस्य वैशाली, हाजीपुर और मोतिहारी के रहने वाले हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि पकड़ा गया अपराधी खुद मोतिहारी का एक दवा कारोबारी बताया जा रहा है। गिरोह की योजना लूटी गई दवाइयों को मोतिहारी ले जाकर ठिकाने लगाने की थी।
बरामदगी और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने ट्रक, उसमें लदी दवाइयां, दो लोडेड हथियार और लग्जरी कार जब्त कर ली है। एसएसपी ने कहा कि गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से न केवल लाखों की संपत्ति बच गई, बल्कि दो मासूमों (चालक और खलासी) की जान भी सुरक्षित रही।



